जहानाबाद, जागरण संवाददाता। पटना-गया एनएच-83 पर शनिवार की सुबह मई हाल्ट के समीप भीषण सड़क हादसे में दो मजदूर की मौके पर मौत हो गई और 11 मजदूर जख्मी हो गए। यह हादसा ट्रक पलटने से हुआ। सभी घायलों को स्थानीय लोगों ने आनन-फानन सदर अस्पताल में भर्ती कराया। घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जमा हो गई।
मृतकों व घायलों के स्वजन पहुंच गए, जिसके बाद मुआवजे के लिए लोगों ने एनएच को जाम कर दिया। सूचना पर एसडीओ मनोज कुमार व एसडीपीओ अशोक पांडेय आए और मुआवजा देने का आश्वासन दिया। तीन घंटे की मशक्कत के बाद सड़क जाम हटा और आवागमन चालू हुआ। इस बीच सड़क के दोनों तरफ छोटे-बड़े वाहनों की लंबी कतार लग गई। धीरे-धीरे यातायात सामान्य हुआ।
बताया गया कि सुबह में ट्रक सरिया लेकर टेहटा जा रहा था। ट्रक पर एक दर्जन से अधिक मजदूर सवार थे। मई हॉल्ट के समीप तेज रफ्तार के कारण ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया, जिसके नीचे मनीष मांझी और पप्पू यादव की दबने से मौत हो गई। दोनों सीमेंट, सरिया लोड-अनलोड कर अपने परिवार का भरण पोषण करते थे। अन्य दिनों की तरह शनिवार की सुबह भी दोनों मजदूर अपने घर से काम पर निकले थे।
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जहानाबाद के पप्पू कुमार, जावेद अंसारी, अक्षर अंसारी, मितेश मांझी, सुधीर मांझी, कालेज मांझी, टुनटुन मांझी, प्रेमचंद मांझी आदि मजदूर घायल हो गए। इनमें मुकेश मांझी व कालेज मांझी की हालत गंभीर देखते हुए बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर किया गया। आसपास के लोगों ने बताया कि ट्रक ड्राइवर काफी तेज रफ्तार में वाहन चला रहा था, जिससे यह घटना घटी। हादसा से सड़क पर अफरा तफरी का माहौल कायम रहा। चालक मौके से फरार हो गया। घटना की सूचना पर पहुंचने स्वजन का रो-रोकर हाल बेहाल था।
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पप्पू यादव की पत्नी ने शाम में लौटते वक्त सब्जी लेकर आने की बात कही थी। उसे क्या पता था कि अब वह लौटकर नहीं आएंगे। घर से निकलने के कुछ देर बाद ही उनकी मौत की खबर आ गई। लक्षू बिगहा निवासी पप्पू यादव के चार संतान है। सबसे बड़ा 12 साल का बेटा है, उसके बाद तीन छोटी-छोटी बेटियां हैं। इसके अलावा पत्नी और बुजुर्ग पिता जगदीश यादव हैं। पप्पू के शव के पास बिलखती पत्नी, बुजुर्ग पिता और बच्चों को देख कठोर हृदय भी द्रवित हो रहा था। कुछ ऐसा ही हाल मनीष मांझी के स्वजनों का भी था।