बदमाशों के निशाने पर व्यवसायी: लूट-रंगदारी में जा रहीं जानें, नहीं मिल रहे लाइसेंस, बाउंसर रखने को मजबूर



जागरण संवाददाता, दरभंगा: दरभंगा शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के व्यवसायी, ठेकेदार और ज्वेलर्स बदमाशों के निशाने पर हैं। लूट, रंगदारी या वर्चस्व में इनकी जानें जा रही हैं। बदमाश लगातार वारदातों को अंजाम दे रहे हैं, वे पहले रंगदारी मांगते हैं और नहीं देने पर गोली चलाने से भी नहीं चूकते हैं।

इससे व्यवसायी इस कदर खौफ में हैं कि कई तो अपनी सुरक्षा के लिए दूसरे राज्यों से बाउंसर मंगा रहे हैं तो वहीं कुछ ने हथियार रखने का फैसला लिया है, लेकिन लाइसेंस लंबित हैं।

दरभंगा चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रधान सचिव सुशील जैन बताते हैं कि आपराधिक घटनाओं को देखते हुए व्यवसायियों में खौफ है। पहले भी कई घटनाएं घट चुकी हैं, जिन्हें देखते हुए कई व्यवसायियों ने हथियार के लाइसेंस के लिए आवेदन दिया। हालांकि, अभी लाइसेंस लंबित हैं। विभागीय पेच के कारण फाइल आगे नहीं बढ़ रही हैं। इसे लेकर कई बार पत्र और चैंबर की बैठक के माध्यम से संबंधित अधिकारियों को ध्यान आकृष्ट कराया गया है। इसके बावजूद व्यवसायी लाइसेंस के लिए विभिन्न कार्यालयों में चक्कर लगाने को विवश हैं।
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समाहरणालय सूत्रों की मानें तो साल 2015 से लेकर अब तक मात्र तीन लोगों को ही हथियार का लाइसेंस निर्गत किया गया है, जबकि अब तक 33 लोगों ने आवेदन दे रखा है। प्राथमिकता के आधार पर भी किसी को लाइसेंस निर्गत नहीं किया जा रहा है। ऐसे में कई व्यवसासी, ठेकेदार और ज्वेलर्स बाउंसर के सहारे अपनी जान और संपत्ति की सुरक्षा कर रहे हैं।

बदमाश लगातार पुलिस को दे रहे चुनौती
लहेरियासराय थाना क्षेत्र के बाकरगंज मोहल्ला में 10 जुलाई 2019 की सुबह सात बजे श्री गणेश ज्वेलर्स के मालिक संजय कुमार लोहिया के घर लाखों की डकैती हुई। दगरू सेठ के अलंकार ज्वेलर्स से 9 दिसंबर 2020 को करोड़ों के सोना-चांदी के आभूषण की लूट हुई। बहेड़ी थाना क्षेत्र के शंकर रोहार चौक स्थित राजश्री ज्वेलरी से चार नवंबर 2021 को लाखों की लूट हुई। 25 मार्च 2022 की रात घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के रसियारी स्थित ज्वालामुखी होलसेल किराना दुकान से 13 लाख रुपये लूटकर बदमाश फरार हो गए।
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विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के बालूघाट ब्रह्मस्थान के पास 18 अप्रैल 2022 की रात बदमाशों ने हथियार के बल पर पूर्व विधायक अमरनाथ गामी के बड़े भाई विजय गामी व्यवसायी के कर्मी बबलू कुमार और गोपाल कुमार से झोला लूटकर फरार हो गए थे। 4 जून 2022 की रात नगर थाना क्षेत्र के गुल्लोबाड़ा सब्जी मंडी के पास शिवाजी नगर निवासी पूर्व विधायक अमरनाथ गामी के भतीजे पुरुषोत्तम स्टोर के मालिक दीनानाथ गामी के कर्मी संतोष कुमार से एक लाख 80 हजार रुपये लूटकर फरार हो गए।
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11 जून 2022 की रात बेंता ओपी से सटे डीएमसीएच रोड में लहेरियासराय थाना क्षेत्र के गायत्री मंदिर चौक निवासी ठेकेदार मुकेश मिश्रा उर्फ कन्हैया को गोली मारकर हत्या कर दी। 14 जून 2022 की रात स्वर्ण व्यवसायी दगरू सेठ से 50 लाख की रंगदारी मांगी। 21 मार्च 2023 की रात बिशनपुर बाजार के शांति ज्वेलर्स दुकान के मालिक बेलबागंज निवासी लोकेश कुमार को रक्सी पुल पर बदमाशों ने गोली मारकर बाइक व आभूषण व नकदी लूटकर फरार हो गए।


पुलिस गश्त पर भी सवाल
पुलिस गश्त सही से नहीं होने के कारण बदमाश आपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर आसानी से निकल भागते हैं। हर वारदात के बाद यह सवाल उठता है। वरीय पुलिस पदाधिकारी भी हर बैठक में सघन पुलिस गश्त करने का निर्देश देते हैं। बावजूद, सड़क पर पुलिसिंग नहीं दिखती है। स्वर्ण व्यवसायी संघ के कार्यकारी अध्यक्ष रजनीश राज ने बताया कि बेहतर पुलिस गश्त से ही बदमाशों पर नकेल कसी जा सकती है। वरीय अधिकारियों को इस पर संज्ञान लेने की जरूरत है। आपराधिक घटनाओं को देखते हुए उन्होंने स्वर्ण व्यवसायियों को भी अलर्ट किया है। कहा है कि दूर-दराज में दुकान चलाने वाले को साथ में आभूषण लेकर चलने से परहेज करना चाहिए। दुकान के अंदर और बाहर निश्चित रूप से सीसी कैमरे लगाएं। किसी भी तरह कर शक होने पर पुलिस को त्वरित सूचना दें।

हथियार लाइसेंस के लिए आवेदक को आयु प्रमाण पत्र, चरित्र प्रमाण पत्र,इनकम सर्टिफिकेट, संपत्ति की जानकारी, मेडिकल सर्टिफिकेट, लोन या उधार सहित नौकरी या बिजनेस की जानकारी देना अनिवार्य है। सुरक्षाबलों से सेवानिवृत्त लोगों को अपने संस्थान से एनओसी लेना होता है। नए नियमों के तहत शस्त्र चलाने का प्रशिक्षण प्रमाण पत्र भी आवेदन में संलग्न करना है। पुलिस विभाग विभिन्न शाखाओं से आवेदन सत्यापित होने के बाद व सारी कागजी कार्यवाही पूरी होने के बाद जिलाधिकारी अपने विवेकानुसार शस्त्र लाइसेंस जारी करते हैं।

लाइसेंस धारक को बड़े अथवा अत्याधुनिक स्वचालित हथियार नहीं रख सकते हैं। नॉन प्रॉहिबिटेड बोर में .22 बोर की रिवाल्वर, 312 बोर की राइफल और .45 बोर की पिस्तौल जैसे हथियार ही लाइसेंसधारी रख सकते हैं। प्रॉहिबिटेड बोर में .303 राइफल, 9 एमएम पिस्टल, मशीनगन, एके-47 जैसे सेमी और फुली ऑटोमेटिक अत्याधुनिक हथियार के लाइसेंस सामान्य लोगों को नहीं मिलता है। यह हथियार सिर्फ सेना, पुलिस अथवा सुरक्षा बलों के पास ही होते हैं।


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