जागरण संवाददाता, छपरा: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कॉलेज की ओर से गोद लिए गए गांव व बस्ती में अनौपचारिक शिक्षा एवं नियमित रोजगार नहीं करने वालों को लेकर सर्वे किया जाएगा। इस संबंध में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के क्षेत्रीय निर्देशक पीयूष परांजपे जयप्रकाश विश्वविद्यालय कार्यक्रम समन्वयक डॉ. हरिश्चंद्र को पत्र भेजा गया है।
पत्र में कहा गया कि छपरा, सिवान और गोपालगंज के कॉलेजों में चलने वाली राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर में इस बार अनिवार्य रूप से गोद लिए गए गांव एवं बस्ती में अनौपचारिक शिक्षा एवं नियमित रोजगार नहीं करने वाले युवाओं का सर्वे करना है।
पत्र में कहा गया कि शिविर के दौरान एनएसएस की इकाई की ओर से गोद लिए गए गांव व बस्ती का सर्वे नहीं होने पर कैंप की मान्यता नहीं मानी जाएगी। एनएसएस निदेशालय द्वारा सर्वे के लिए एक प्रपत्र भी भेजा गया है। उसी प्रपत्र के आधार पर कैंप के दौरान सर्वे करना है। पत्र आने के बाद एनएसएस समन्वयक डॉ. हरिश्चंद्र ने छपरा, सिवान एवं गोपालगंज के सभी कार्यक्रम पदाधिकारियों को पत्र भेजकर कैंप के दौरान अनिवार्य रूप से सर्वे कराने का निर्देश दिया है।
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एनएसएस के पूर्व समन्वयक डॉ. विद्यावाचस्पति त्रिपाठी ने बताया कि अनौपचारिक शिक्षा एवं नियमित रोजगार में नहीं रहने वाले युवाओं के सर्वे के दौरान परिवार के पहचान के साथ आंकड़ा इकट्ठा करना है। इस सर्वे में राज्य का नाम, जनसंख्या, जिले का नाम, जिला का कोड, ग्रामीण/शहरी, एनएसएस इकाई का कोड अंकित करना है। इसके साथ ही सर्वे के दौरान यह जानकारी इकट्ठी करनी है कि परिवार में 15 से 29 वर्ष की आयु के कितने सदस्य हैं, जो न अनौपचारिक शिक्षा में है और न ही नियमित रोजगार में है।
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सर्वे से पहले पिछले 90 दिनों में वेतन या लाभ के लिए रोजगार किया हो या फिर परिवार के किसी भी सदस्य ने पिछले 30 दिनों के अंदर कहीं कोई रोजगार किया हो। पिछले तीन 30 दिनों के अंदर परिवार का कोई सदस्य पांच हजार या उससे अधिक के वेतन में कहीं काम किया हो। इसके अलावा, सदस्य का नाम, माता-पिता का नाम, लिंग, आयु, विवाहित हैं या नहीं, शिक्षा, परिवार के सदस्यों का प्राथमिक से लेकर डॉक्टरेट की डिग्री कोई सदस्य लिया है कि नहीं.. आदि सवालों को पूछ कर डाटा इकट्ठा करना है।