Bihar: बिक्रमगंज में दस हजार की रिश्वत लेते चकबंदी पदाधिकारी गिरफ्तार, दलाल भी पकड़ाया; पटना ले गई निगरानी टीम



संवाद सहयोगी, बिक्रमगंज (रोहतास)। निगरानी विभाग ने गुरुवार को बिक्रमगंज के चकबंदी कार्यालय में छापेमारी की। विभाग ने चकबंदी पदाधिकारी सुशील कुमार को दस हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। उसके साथ एक कथित दलाल भी पकड़ा गया।
यह कार्रवाई दावथ चकबंदी कार्यालय से जुड़े एक मामले में हुई है। चकबंदी पदाधिकारी ने 52 हजार 884 रुपये का भुगतान करने के लिए 12 हजार रुपये रिश्वत मांगे थे।

निगरानी डीएसपी डीएल श्रीवास्तव ने बताया कि दावथ के एक मामले से संबंधित शिकायत पर निगरानी टीम बिक्रमगंज चकबंदी कार्यालय के आसपास सादे लिबास में पहुंची। जैसे ही रिश्वत की राशि अजीत कुमार ने चकबंदी पदाधिकारी और दलाल को दिया, तत्काल दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
सुशील कुमार दावथ के चकबंदी पदाधिकारी हैं और उनपर बिक्रमगंज का भी प्रभार है। जबकि जिस मकान में दावथ का प्रखंड कार्यालय है, उसका मकान मालिक अजित कुमार है। वह उनका सक्रिय दलाल भी बताया जाता है।
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भोजपुर जिला के उदवंतनगर थाना क्षेत्र के पियनियां निवासी और दावथ चकबंदी कार्यालय में निम्नवर्गीय लिपिक के पद पर पदस्थापित कार्तिक शर्मा ने चकबंदी पदाधिकारी पर आरोप लगाया था। उसने शिकायत की कि जुलाई 2017 से फरवरी 2022 तक का वार्षिक वेतन वृद्धि की अंतर राशि करीब 52,884 रुपये का भुगतान करने के लिए 12 हजार रुपये रिश्वत की मांग की जा रही है।
निगरानी विभाग ने शिकायत का सत्यापन कराया। जिसमें चकबंदी पदाधिकारी सुशील कुमार, दावथ चकबंदी कार्यालय के प्रधान लिपिक मनिंदर कुमार मंडल और अजीत कुमार के विरुद्ध रिश्वत मांगे जाने का प्रमाण सही पाया गया। इसके बाद ट्रैप की कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। उक्त लोगों को पूछताछ के लिए टीम अपने साथ पटना ले गई है।


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