Arwal: कुर्की करने घर पहुंची टीम तो दारोगा ने किया सरेंडर, शादी का झांसा दे किया था महिला सिपाही का यौन शोषण



संवाद सहयोगी, वंशी, अरवल:  कोरोना काल में महिला कांस्टेबल से इश्क लड़ाना दारोगा को महंगा पड़ गया। अरवल महिला थाने में वर्ष 2022 में दर्ज दुष्कर्म मामले में फरार आरोपित दारोगा अमरनाथ मिस्त्री, पिता रामजन्म मिस्त्री ने गुरुवार को अपने गांव में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। वह अरवल जिले के वंशी थाना इलाके के अनुआ गांव का निवासी है। महिला थानाध्यक्ष पूनम कुमारी व वंशी थाना के एएसआई तेज नारायण सिंह दलबल के साथ उसके घर की कुर्की-जब्ती करने पहुंचे थे। कोर्ट से आरोपित दारोगा के खिलाफ कुर्की वारंट निर्गत था। दारोगा के आत्मसमर्पण करने के बाद कुर्की बंद कर दी गई।

कोरोना काल में वर्ष 2021 में स्थानीय कुर्था थाने में महिला कांस्टेबल और दारोगा दोनों की तैनाती की गई थी। महिला कांस्टेबल नवादा जिले से आई थी, जबकि अमरनाथ मिस्त्री रोहतास से तैनाती पर आया था। यहां दोनों के बीच प्यार परवान चढ़ा। थाने से बाहर दोनों ने मिलना-जुलना शुरू किया, जो धीरे-धीरे महिला कांस्टेबल के घर की चौखट तक आ पहुंचा, जिसके बाद परिवार वालों ने दोनों को शादी की सलाह दी।

महिला कांस्टेबल ने जब दारोगा के समक्ष शादी का प्रस्ताव रखा तो उसने कोरोना खत्म होने के बाद शादी करने की बात कही। इसी बीच शादी का झांसा देकर उसने कई जगह ले जाकर महिला कांस्टेबल से दर्जनों बार शारीरिक संबंध बनाया। कोरोना का कहर कम होने पर दोनों की पोस्टिंग अलग-अलग जगह हो गई, जिसके बाद दारोगा ने शादी करने से इन्कार कर दिया।

महिला कांस्टेबल द्वारा शादी के लिए दबाव बनाने पर वह अपने पावर की धमकी देने लगा। उसके परिवार वाले भी फोन कर महिला व उसके स्वजन को धमकी देने लगे, जिसके बाद महिला कांस्टेबल ने अरवल महिला थाने में कांड संख्या 7/2022 धारा 376 के तहत केस दर्ज कराया, जिसमें दारोगा समेत उसकी बहनों और परिवार के अन्य सदस्यों को आरोपित बनाया।

दारोगा ने अपने पावर का इस्तेमाल कर लंबे समय तक केस को थाने में ही दबाए रखा। तब पीड़िता ने न्याय के लिए आईजी के यहां गुहार लगाई, जिसके बाद आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू हुई। महिला कांस्टेबल वर्तमान में पटना में डायल 112 में तैनात है।

न्यायालय के आदेश पर आरोपित के खिलाफ कुर्की वारंट निर्गत हुआ। कुर्की की सूचना सूचना मिलते ही आरोपित अमरनाथ ने एक घंटे का समय मांगा और अनुआ गांव पहुंचकर महिला थानाध्यक्ष के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।

एसआई तेज नारायण सिंह ने बताया कि हम लोग कुर्की करने अनुआ गांव में अमरनाथ मिस्त्री के घर गए थे। सूचना के बाद अमरनाथ मिस्त्री एक घंटे के अंदर समर्पण करने की बात कही। इसके बाद पुलिस बल उसके घर अनुआ में इंतजार करती रही, जहां आकर उसने आत्मसमर्पण किया। महिला थानाध्यक्ष द्वारा गिरफ्तार कर अपने साथ महिला थाना लाया गया।

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