भूपेंद्र कुमार सिंह, छपरा। इंटरनेट के अधिकाधिक उपयोग ने हर क्षेत्र में लोगों के काम में सहूलियत प्रदान की है। लेकिन इसके उपयोग में छोटी बड़ी हर चूक ने विविध मामले में उलझन भी बढ़ाया है।
लोगों की गाढ़ी कमाई लूटी जा रही है और कई मामले में निजता भी भंग हो रही है। इसका परिणाम है कि साइबर क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है।
जालसाजों के लुभावने संदेश के जाल में पढ़े-लिखे लोग भी फंस रहे हैं। साइबर क्राइम के बढ़ते आंकड़े को देख पुलिस महकमा भी अपनी ओर से इसे नियंत्रित करने के लिए अलर्ट हो रहा है।
सरकार ने पुलिस को सचेत रहकर काम करने का निर्देश दिया है। सरकार द्वारा जिले में अलग साइबर थाना स्थापित किया गया है।
सारण जिले में वर्ष 2022 में लोगों ने साइबर अपराध की 1073 शिकायतें दर्ज कराईं। इसमें मोबाइल फोन पर कॉल कर रुपये की ठगी सहित साइबर क्राइम के अन्य मोड के शिकार लोग शामिल थे।
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इस साइबर सेल के माध्यम से वित्तीय धोखाधड़ी के मामले में लगभग 19.15 लाख रुपये को ट्रांजेक्शन के पूर्व हाेल्ड किया गया।
जनवरी 2022 से जनवरी 2023 तक सारण जिले में साइबर क्राइम की कुल 42 प्राथमिकी दर्ज हुई है। जबकि सिवान में 15 एवं गोपालगंज जिले में आठ प्राथमिकी दर्ज हुई।
लैपटॉप, मोबाइल या अन्य इंटरनेट युक्त इलेक्ट्रानिक डिवाइस पर धोखा देकर अनाधिकृत रूप से अधिकार कर इंटरनेट का उपयोग करते हुए हैकिंग, ऑनलाइन ठगी, प्राइवेसी लीक, साइबरबुलिंग जैसे अपराध जालसाज दूर बैठकर करें तो इसे साइबर क्राइम की श्रेणी में रखा जाता है।
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