बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने लगातार पांचवें साल देश में सबसे पहले इंटर की परीक्षा करा और जल्दी रिजल्ट जारी कर एक नया रिकॉर्ड बनाया है। बोर्ड ने कॉपियों के मूल्यांकन के मात्र 26 दिनों के अंदर इंटर का रिजल्ट जारी कर दिया है।
अभी, सीबीएसई की दसवीं और बारहवीं की परीक्षा ही चल रही है। इसी बीच बिहार बोर्ड ने रिजल्ट घोषित कर दिया। इस साल बिहार बोर्ड की ओर से आयोजित इंटर की परीक्षा में 13 लाख, 4 हजार 586 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इन परीक्षार्थियों की कुल 68 लाख कॉपी और 68 लाख ओएमआर शीट जांच बोर्ड के समक्ष चुनौती थी।
बोर्ड ने इस चुनौती को गंभीरता से लेते हुए मूल्यांकन कार्य सही समय पर पूरा कर लिया। बोर्ड ने मात्र 26 दिनों के अंदर इंटर का रिजल्ट जारी कर दिया। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर का कहना है कि कम समय में रिजल्ट तैयार करने में बोर्ड का नया सॉफ्टवेयर काफी कारगर साबित हुआ है।
उन्होंने कहा कि इस साल रिजल्ट के लिए नए सॉफ्टवेयर के माध्यम से प्रोसेसिंग की गई। पहले उपयोग होने वाले साफ्टवेयर से नया साफ्टवेयर 16 गुणा अधिक सक्षम है। नये सॉफ्टवेयर को बिहार बोर्ड ने स्वयं तैयार किया है। इसका लाभ राज्य के विद्यार्थियों को मिलने लगा है। नये साफ्टवेयर का लाभ मैट्रिक के छात्र-छात्राओं को भी मिलेगा। बोर्ड मैट्रिक का रिजल्ट भी इसी महीने जारी कर देगा।