दाउदनगर (औरंगाबाद), संवाद सहयोगी: होली से संबंधित सामग्री में चीन निर्मित सामान गायब है। बाजार का यह नया ट्रेंड है। चीनी सामान के विरोध में चलाए गए जागरूकता अभियान और कई सामग्रियों की आपूर्ति पर प्रतिबंध लगने का नतीजा है।
होली से संबंधित तमाम तरह की चीन निर्मित सामग्रियां लगभग बाजार से गायब हैं। सिर्फ सस्ता बैलून और प्रेशर पिचकारी ही चीन निर्मित बाजार में उपलब्ध है।
दुकानदार संदीप कुमार ने बताया कि बाजार में एक खास प्रकार का सस्ता बैलून भारत निर्मित उपलब्ध नहीं है, इसलिए चीन निर्मित बिक्री में है। इसकी खासियत है कि बच्चे इसमें रंग भर कर दूसरों पर फेंकते हैं और यह तुरंत फूट जाता है।
प्रेशर पिचकारी भी चीन निर्मित दिख रहा है। बाकी तमाम तरह की सामग्री भारत निर्मित बाजार में है। बीते वर्ष की अपेक्षा भाव बढ़े नहीं है। पिचकारी, रंग, अबीर, गुलाल सब भारतीय उपलब्ध हो गया है।
चीन निर्मित सामग्री में सिर्फ बैलून इसलिए कि इस प्रकार के छोटा बैलून बनाने का कारखाना भारत में नहीं है। इतना सस्ता संभव नहीं हो रहा है। 30 रुपये में 500 पीस।
भारत निर्मित 60 से 70 रुपये पड़ेगा। प्रेशर पिचकारी 35 से 40 रुपये में आ रही है, जबकि भारतीय 25 रुपये में उपलब्ध होने लगी है। धीरे-धीरे चीन निर्मित प्रेशर पिचकारी भी चलन से गायब हो जाएगी।