रूपौली (पूर्णिया), संवाद सहयोगी: थाना क्षेत्र के बिरौली चपहरी सड़क मार्ग पर गिद्धा गांव के युवक और उसकी सास की दुर्घटना में मौत हो गई। दोनों के शव के पोस्टमार्टम के बाद जब डेड बॉडी गांव आते ही पूरे वहां चीत्कार मच गई।
बता दें कि बीते शनिवार की रात गिद्धा गांव का नीतीश कुमार अपनी सास बबीता देवी को कटिहार जिले के डिमांडी गांव से बाइक पर लेकर अपने गांव गिद्धा होली महापर्व पर ला रहा था।
वह अपने घर से महज एक किलोमीटर पहले जैसे ही पहूंचा, बिरौली-चपहरी सड़क मार्ग पर गैस गोदाम के पास सामने से आ रहे चार पहिया वाहन ने उसकी बाइक को सामने से टक्कर मार दी, जिससे दोनों बुरी तरह से जख्मी हो गए।
तत्काल इसकी सूचना पुलिस एवं ग्रामीणों को दी गई। ग्रामीण उसे सीधा लेकर रेफरल अस्पताल पहुंचे, लेकिन वहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। नीतीश की शादी पिछले वर्ष दिसंबर माह में ही हुई थी।
नीतीश की पत्नी प्रीति ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि नीतीश सात जन्मों का बंधन महज कुछ ही महीनों में तोड़कर हमेशा के लिए उससे दूर चला जाएगा।
प्रीति पागलों की तरह नीतीश के शव से लिपटकर रो रही थी, वह समझ ही नहीं पा रही थी कि चंद मिनट पहले ही तो उसने अपने पति से बात की थी, जल्द-से-जल्द घर लौटने को कह रही थी, लेकिन लौटा तो उनके शव।
प्रीति के सिर से उसकी जन्मदात्री मां बबीता देवी का भी साया छिन गया। पिता मनोज राय सहित उसके सभी भाई-बहन उसके पति तथा मां बबीता के शव से लिपटकर रोये चले जा रहे थे।
नीतीश अपने पांच भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर था, उससे बडा एक भाई संतोष एवं उसके उपर ही अपने परिवार के भरण-पोषण का भार था। वहीं, उससे छोटे रोहित, बीरबल, बहन अभिलाषा अभी पढ़ाई कर रहे हैं।
जैसे ही शव गांव पहूंचा, मां सोना देवी, पिता विजय राय सहित उनके सभी भाई-बहनों को तो विश्वास ही नहीं हो रहा था कि नीतीश अब इस दुनिया में नहीं रहा। सभी उसके शव से लिपटकर रोए जा रहे थे। इस हृदयविदारक दृश्य को देखकर सभी द्रवित हो रहे थे।
रूपौली नगर पंचायत अध्यक्ष निरंजन मंडल, सामाजिक कार्यकर्ता मनोज गुप्ता सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने मौके पर पहुंचकर स्वजनों को संतावना दी तथा सरकार से आपदा के तहत पीडितों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की।