जागरण संवाददाता, हाजीपुर। हाजीपुर में महात्मा गांधी पुल के पाया नंबर एक के निकट महात्मा गांधी सेतु के समानांतर पुल निर्माण के बेस कैंप में रविवार को भीषण अगलगी की घटना हुई।
दर्जनों आक्सीजन सिलेंडर ब्लास्ट करने से आसपास के करीब तीन किलोमीटर का इलाका दहल गया। सिलेंडर ब्लास्ट की आवाज से आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया।
मौके पर अफरातफरी मच गई। घटना रविवार की सुबह करीब पांच बजे की है। अगलगी की घटना की सूचना पुल निर्माण निगम के कर्मियों ने जिला प्रशासन को दी।
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर अग्निशमन पदाधिकारी अशोक कुमार प्रसाद, सदर एसडीओ अरुण कुमार एवं एसडीपीओ ओम प्रकाश के अलावा गंगाब्रिज थाने के पुलिस पदाधिकारी बल के साथ मौके पर पहुंचे।
जिले के अलग-अलग अनुमंडल एवं प्रखंड से करीब 13 छोटी-बड़ी दमकल की गाड़ी एवं पटना सिटी एवं लोदीपुर से दो फायर ब्राउजर मंगाया गया।
दमकल कर्मियों ने पुल निर्माण निगम के कर्मियों की मदद से लगभग दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि, तब तक पुल निर्माण के बेस कैंप में रखा करोड़ों रुपये के सामान जल चुका था।
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इस दौरान कोई जनहानि होने की सूचना नहीं है। बेस कैंप में पुल निर्माण के कंपनी की ओर से फायर सेफ्टी एवं एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं की गई थी। जिला प्रशासन अगर त्वरित कार्रवाई नहीं करता तो कंपनी को और नुकसान का सामना करना पड़ता।
जानकारी के अनुसार, करीब एक दर्जन से अधिक आक्सीजन गैस सिलेंडर ब्लास्ट हुए हैं। सिलेंडर के टुकड़े कई जगह उड़कर गिरे। आसपास के इलाके में ब्लास्ट के बाद हड़कंप मच गया।
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एसपी सिंगला कंपनी के बेस कैम्प में सुरक्षा का इंतजाम नहीं किया गया था। फायर सेफ्टी और एंबुलेंस की व्यवस्था भी नहीं थी।
जानकारी के अनुसार, कैंप में नाइट शिफ्ट में करीब 50 से अधिक मजदूर एवं कर्मचारी काम करते थे। मजदूर एवं कर्मचारियों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कंपनी की ओर से कोई इंतजाम नहीं था।
बताया जाता है कि महात्मा गांधी पुल के पाया नंबर एक के निकट महात्मा गांधी समानांतर पुल निर्माण के बेस कैंप में बिल्डिंग के दौरान शार्ट-सर्किट से आग लग गई।
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देखते ही देखते आग की वजह से एक के बाद एक करीब एक दर्जन से अधिक आक्सीजन गैस सिलेंडर ब्लास्ट कर गए। सिलेंडर ब्लास्ट की धमाका से आसपास के घरों के खिड़की और दरवाजा हिलने लगे।
देखते ही देखते आग ने भयावह रूप धारण कर लिया। मौके पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया। सभी कर्मचारी जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे।
घटना की जानकारी निर्माण निगम के कर्मियों ने जिला प्रशासन को दी। घटना की सूचना मिलते ही जिले के महनार, हाजीपुर, महुआ अनुमंडल एवं प्रखंड से करीब छोटी-बड़ी 13 दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंचीं।
वहीं, पटना सिटी और लोदीपुर से दो फायर ब्राउजर मंगाया गया। दमकल कर्मियों ने पुल निर्माण में लगे कर्मियों की मदद से लगभग दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
हालांकि, तब तक अगलगी में करोड़ों रुपये का सामान जल चुका था। अगलगी की घटना में लैब एवं स्टोर का सामान, स्टोर के बाहर रखा तार, केमिकल मिक्चर मटेरियल, प्लाईवुड आदि जल गया।
बेस कैंप में अगलगी में करीब एक करोड़ से अधिक की क्षति हुई है। करीब पांच बजे बेल्डिंग करने के दौरान शार्ट-सर्किट से आग लगी है। जिसमें कई सिलेंडर फट गए हैं। अगलगी में कोई हताहत नहीं हुआ है। - पुंजेश सिंह, निर्माण कंपनी कर्मी
बेल्डिंग के दौरान शार्ट-सर्किट से अगलगी की बात सामने आ रही है। अगलगी की जानकारी करीब 5:45 बजे मिलने के बाद फायर ब्रिगेड की टीम घटनास्थल के लिए प्रस्थान कर गई है। पटना सिटी लोदीपुर से दो फायर ब्राउजर समेत जिले के विभिन्न जगहों से बुलाई गई करीब 13 दमकल की गाड़ी ने मिलकर दो घंटे में आग पर काबू पा लिया। अगलगी में मानव क्षति नहीं हुई है। आक्सीजन सिलेंडर ब्लास्ट हुआ है। - अशोक कुमार प्रसाद, अग्निशमन पदाधिकारी