औरंगाबाद: जदयू नेता के बड़े भाई की मौत, अपहरण कर हत्या की आशंका, सोननगर रेल ट्रैक किनारे से बरामद हुआ शव



संवाद सहयोगी, दाउदनगर (औरंगाबाद)। ओबरा से दो बार जदयू एवं एक बार निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़ चुके जदयू नेता प्रमोद सिंह चंद्रवंशी के बड़े भाई मनोज चंद्रवंशी की हत्या कर दी गई है।
औरंगाबाद जिले के बारुण थाना क्षेत्र के सोननगर रेल ट्रैक किनारे से बुधवार शाम बरामद शव प्रमोद के भाई का था। बताया गया कि मनोज गुरुआ स्थित अपने गांव से टहलने निकले और लापता हो गए थे।
शाम चार बजे रेल लाइन के किनारे शव मिला। गुरुवार को शव की पहचान हुई और शव को गुरुआ ले जाया गया। जदयू नेता प्रमोद ने सरकार से एसआईटी गठित कर दोषियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग की है।

उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से हत्या का मामला है। गुरुआ से बारुण की दूरी करीब 75 किलोमीटर है और इतनी दूर कोई पैदल चलकर नहीं जा सकता।
इसलिए आशंका यह है कि उनकी हत्या अपहरण कर की गई और शव को आत्महत्या या दुर्घटना साबित किए जाने की मंशा से रेलवे ट्रैक के किनारे फेंक दिया गया।
भाई की हत्या के बाद प्रमोद अपनी हत्या को लेकर आशंकित हैं। बड़े भाई अन्याय के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं। उनके दो पुत्र रंजन कुमार एवं सिकंदर चंद्रवंशी हैं। दोनों अविवाहित हैं।

प्रमोद ने बताया कि ओबरा, दीघा, घोसी और पटना के सचिवालय थाना क्षेत्र में स्वयं उन पर हमला हो चुका है। वर्ष 2005 के अक्टूबर और 2010 में ओबरा विधानसभा क्षेत्र से जदयू के प्रत्याशी रहे हैं।
2010 में 1000 से कम वोट के अंतर से चुनाव हारे थे। 2020 में निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं। वे राज्य अति पिछड़ा आयोग के सदस्य रह चुके हैं।









बारुण थाना पुलिस ने सोननगर रेल लाइन किनारे से बुधवार को शव बरामद किया था जिसकी पहचान गुरुवार को हुई। जानकारी के अनुसार इनकी पहचान गया जिले के गुरुआ निवासी मनोज चंद्रवंशी के रूप में हुई है।
मनोज हम सेकुलर के प्रदेश महासचिव थे। शव की पहचान न होने से पुलिस की परेशानी बढ़ गई थी। पहचान के बाद गुरुवार को स्वजन औरंगाबाद से अपने घर ले गए।
प्रभारी थानाध्यक्ष वेंकटेश्वर ओझा के अनुसार अप लाइन रेल ब्रिज सोन नगर के पास से शव बरामद हुआ था। मनोज की उम्र 52 वर्ष बताई जाती है।


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