जागरण संवाददाता, जहानाबाद: बिजली की खपत पर आने वाले खर्च से उपभोक्ताओं को बचाने के लिए जहानाबाद के विद्युत विभाग ने अनूठी पहल की है। यदि आप अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगवाते हैं, तो कम खर्च में घरेलू उपयोग के लिए आपको बिजली मिल जाएगी। अगर आप अपने उपभोग से अतिरिक्त बिजली तैयार कर लेते हैं, तो उसे पावरग्रिड को बेचकर पैसे भी कमा सकते हैं।
जहानाबाद जिले के विद्युत विभाग ने बताया कि एक किलोवाट का सोलर पैनल लेने पर लगभग 17 हजार रुपये का भुगतान करना होगा। पांच साल तक इस पैनल के रखरखाव की जिम्मेदारी विभाग की ही होगी। इस सोलर पैनल की उपयोगिता 25 साल तक बनी रहेगी और इससे तैयार बिजली स्वत: विभाग के पास चली जाएगी। आपके सोलर पैनल से जितनी आपूर्ति बिजली विभाग को होगी, उसकी कटौती आपके बिजली बिल से कर दी जाएगी। मान लें कि आपके यहां 200 यूनिट बिजली की खपत है और सोलर पैनल से आप 180 यूनिट बिजली का उत्पादन करते हैं, तो आपको बीस यूनिट के बिल का ही भुगतान करना होगा। खपत से ज्यादा उत्पादन होने पर बिजली विभाग आपको पैसे भी देगा।
निजी मकान पर एक किलो से तीन किलोवाट तक का सोलर पैनल लगाने में उसकी कीमत में भी 65 प्रतिशत की छूट मिलेगी। जबकि, हाउसिंग सोसायटी के मकान पर सोलर पैनल लगाने पर 45 प्रतिशत की छूट मिलेगी। अनुदान राशि के बाद शेष पैसे का भुगतान आपको दो बार में करना होगा। सोलर पैनल के इंस्टालमेंट के पूर्व 80 प्रतिशत भुगतान और मकान में पैनल लग जाने के बाद शेष 20 प्रतिशत राशि का भुगतान करना होगा। तीन किलोवाट से अधिक का पैनल लगाने पर अलग चार्ज देना पड़ेगा। पंजीयन कराते समय उपभोक्ताओं को 500 रुपये ऑनलाइन भुगतान करना होगा। विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार ने बताया कि चयनित एजेंसी को पैनल लगाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिले में तकरीबन 50 लोग अपनी छत पर सोलर पैनल लगाकर इसका लाभ लेना शुरू भी कर चुके हैं।
एसबीपीडीसीएस की वेबसाइट पर कंज्यूमर नंबर लिखने के बाद आपका पूरा विस्तृत ब्यौरा दिखाई देने लगेगा। नए उपभोक्ता को पहले विद्युत कनेक्शन लेना होगा, उसके बाद ही इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन करते समय उपभोक्ता को विद्युत कनेक्शन की रसीद एवं एक फोटो देना होगा।
जिस प्रकार बिजली विभाग द्वारा कनेक्शन में मीटर लगाया जाता है, उसी प्रकार आपके सोलर पैनल में भी मीटर लगा रहेगा। सोलर पैनल से उत्पन्न बिजली सीधे ग्रिड में चली जाएगी। जितने वॉट बिजली विभाग के ग्रिड में जाएगी, वह मीटर में दिखाई देगा। जब मीटर रीडर घर पर आएगा तो बिजली कनेक्शन एवं सोलर पैनल दोनों की रीडिंग लेगा और उसमें जो अंतर आएगा उसका पैसा देना पड़ेगा। सोलर पैनल से ज्यादा बिजली उत्पादन पर विभाग आपको पैसा भी देगा।