संवाद सूत्र, सिंहेश्वर (मधेपुरा)। डीएम श्याम बिहारी मीणा द्वारा सिंहेश्वर विधायक चंद्रहास चौपाल की अनदेखी का मामला लगातार गरमाता जा रहा है। विधायक ने इस मामले को अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के सामने ले जाने के साथ विधानसभा में भी उठाने की बात कही।
विधायक चंद्रहास चौपाल ने डीएम पर सरकारी डेढ़ बीघा जमीन पर चहेते द्वारा जबरन कब्जा किए जाने का भी आरोप भी लगाया है। वहीं, डीएम ने इसका खंडन किया है। साथ ही आरोप को निराधार बताया है।
बता दें कि विधायक इस मामले में काफी आक्रामक हैं। रविवार की शाम उत्पाद व मद्य निषेध विभाग के स्टॉल के उद्घाटन के मौके पर विधायक ने डीएम पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मधेपुरा शहर में डेढ़ बीघे सरकारी जमीन पर डीएम के चहेतों ने जबरन घेराबंदी कर रखा है। उन्होंने कहा कि इसका सारा पेपर मुझे मिल चुका है। जल्द ही सारा मामला सामने लाया जाएगा।
विधायक ने कहा कि सिंहेश्वर महोत्सव को लेकर डीएम को सुझाव दिया था कि स्थानीय सभी जनप्रतिनिधियों, सभी दलों के लोग व स्थानीय प्रबुद्धजन की बैठक कर उपलब्ध राशि के अनुरूप नामचीन कलाकारों का चयन किया जाए। जबकि ऐसा न कर ऐसे कलाकारों का चयन किया गया, जिन्हें कोई जानता तक नहीं।
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उन्होंने कहा कि 27 फरवरी से विधानसभा का बजट सत्र प्रारंभ होने वाला है। उस सत्र में विधानसभा में यह मामला उठाया जाएगा। विधायक ने कहा कि डीएम जब चुने हुए प्रतिनिधि का कॉल नहीं उठाते हैं तो इससे बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण क्या हो सकता है।
तीन दिवसीय सिंहेश्वर महोत्सव 25 से 27 फरवरी तक होगा। इसमें कलाकारों के चयन में जिलाधिकारी की मनमानी रवैये पर स्थानीय विधायक आक्रोशित हैं। डीएम पर बरसते हुए विधायक ने कहा कि बीते साल और पुनः इस साल भी डीएम महोत्सव के कलाकारों के चयन में अपनी मनमानी कर रहे हैं।
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स्थानीय जनमानस के इच्छा के अनुरूप कलाकारों का चयन नहीं किया गया है। विधायक ने कहा कि 20 लाख रुपये के आवंटन वाले मधेपुरा के गोपाष्टमी महोत्सव में इससे अच्छे कलाकारों का चयन किया गया। सिंहेश्वर महोत्सव के लिए 30 लाख रुपये का आवंटन करने के बावजूद ऐसे कलाकारों का चयन किया गया है, जिन्हें कोई जानते तक नहीं है।
उन्होंने कहा कि इस बजट में गजल गायक चंदन दास, भजन सम्राट अनूप जलोटा, पंकज उधास, मालिनी अवस्थी जैसे कलाकारों का कार्यक्रम यहां कराया जा सकता था। जबकि ऐसा न करके डीएम व एसडीओ अपनी पसंद से कलाकारों को लाते हैं, जो सर्वथा गलत है। कलाकारों के चयन में आम जनमानस से सोच समझकर ऐसे कलाकारों को लाते जो स्थानीय लोगों के पसंद के अनुरूप होते।
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सिंहेश्वर विधायक चंद्रहास चौपाल और डीएम श्याम बिहारी मीणा के बीच विवाद गहराने के बीच डीएम तीन दिनों की छुट्टी पर जा रहे हैं। इधर, मामला प्रदेश स्तर तक पहुंच चुका है। महागठबंधन की बैठक में आए जदयू प्रदेशध्यक्ष उमेश कुशवाहा के सामने भी मामला उठा। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ऐसी जानकारी नहीं है। पूरी जानकारी ली जाएगी। इसके बाद कुछ कहा जा सकता है।
मधेपुरा डीएम श्याम बिहारी मीणा ने आरोपों पर कहा कि कौन सी जमीन की बात कही जा रही है, उनकी जानकारी में नहीं है। उन्होंने विधायक से बात की है। उनके मार्गदर्शन में ही सारा काम हो रहा है।