कोचस (रोहतास), संवाद सूत्र। नगर पंचायत के वार्ड 14 स्थित उर्दू मध्य विद्यालय के महज तीन कमरे में 445 बच्चों की पढ़ाई होती है। किचन शेड को छोड़ दिया जाए तो महज दो कमरे वाले इस विद्यालय में बच्चे कैसे बैठते होंगे, इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
उक्त विद्यालय में एक से लेकर वर्ग आठ तक का संचालन होता है। बच्चों को पढा़ने के लिए विद्यालय में सात शिक्षक नियुक्त हैं, लेकिन कमरे के अभाव में बच्चों की पढ़ाई सही ढंग से नहीं हो पाती है।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक मोहम्मद अली के अनुसार, कुल नामांकित 445 बच्चों में करीब 300 से अधिक विद्यार्थी प्रतिदिन पढ़ने आते हैं। कमरे के अभाव में वर्ग एक एवं दो के बच्चों को बरामदे व शेष को बाहर बैठाया जाता है।
इसी तरह तीसरी, चौथी व पांचवीं कक्षा की पढ़ाई कमरा संख्या एक में व छठी, सातवीं एवं आठवीं कक्षा की पढ़ाई शेष बचे दूसरे कमरे में होती है। कमरे भी ऐसे हैं कि बिजली अगर चली गई, तो उनमें अंधेरा पसर जाता है।
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सरकार की शिक्षा नीति को आईना दिखा रहे इस विद्यालय का जीर्णोद्धार अभी तक नहीं हो सका है। प्रधा नाध्यापक ने कहा कि कमरे के अभाव में बच्चों की उपस्थिति को देखते हुए विद्यालय का संचालन दो पालियों में किए जाने के लिए बीईओ को आवेदन दिया गया है, लेकिन अभी तक कोई निर्देश नहीं मिल पाया है।
बीईओ ने
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प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सरोज कुमार ने बताया कि यह मामला संज्ञान में है। जमीन के अभाव में विद्यालय का नव निर्माण नहीं हो पा रहा है। प्रधानाध्यापक द्वारा विद्यालय को दो पाली में चलाने के लिए आवेदन दिया गया है।
परीक्षा कार्य में व्यस्तता के कारण उसपर काम नहीं हुआ है। 22 फरवरी के बाद आवेदन को जिले में अग्रसारित कर कोचस स्थित उर्दू मध्य विद्यालय को दो पाली में चलाने की अनुमति ली जाएगी।
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