जागरण संवाददाता, पूर्णिया। पढ़ने की ललक के चलते एक पति-पत्नी के बीच का विवाद पुलिस परिवार परामर्श केंद्र तक पहुंच गया। अंतत: इस बात पर सहमति हुई कि जब तक पत्नी की परीक्षा चल रही है तब तक उसे मायके में ही रहने दिया जाए।
विवाहिता ने भी कहा कि परीक्षा के बाद वह ससुराल चली जाएगी। यह मामला के नगर थाना क्षेत्र के बैरगाछी अमचूरा से संबंधित है।
एक पति की शिकायत थी कि उसे घर जमाई बनाने के लिए पत्नी सहित ससुराल वाले दबाव बनाते हैं। वहीं, पत्नी का कहना था कि शादी के वक्त ही यह तय हुआ था कि लड़की पढ़ने वाली है, आगे भी पढ़ेगी।
ऐसे में पति उसके मायके में ही घर जमाई बनकर रहेगा। पति ने इस आरोप का खंडन किया। साथ ही यह भी कहा कि पत्नी की पढ़ाई में वह कतई बाधक नहीं बनेंगे और ससुराल में उन्हें हर सुविधा प्रदान की जाएगी।
अंत में यह तय हुआ कि जब तक पत्नी की परीक्षाएं चल रही हैं, तब तक वह मायके में रहेगी। परीक्षा के बाद उसकी विदाई होगी। इस संदर्भ का बंध पत्र भी तैयार हो गया।
पूर्णिया रुपौली थाना के एक वृद्ध पिता अपने दो पुत्र एवं पुत्रवधू के खिलाफ शिकायत लेकर इस केंद्र में पहुंचे थे। उनका कहना था कि उसके बेटे व बहू धमकी देते हैं कि आपके नाम की जो भी संपत्ति या जमीन-जायदाद है, हम लोगों के नाम से लिख दें नहीं तो जान से मार देंगे।
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इस मामले का निष्पादन केंद्र में किया गया। केंद्र में 33 मामलों की सुनवाई की गई। इसमें आठ पति-पत्नी के मामलों के साथ एक सीनियर सिटीजन का मामला सुलझाया गया।
मामले को सुलझाने में केंद्र की संयोजक सह महिला थाना अध्यक्ष किरण बाला, सदस्य दिलीप कुमार दीपक, स्वाति वैश्यंत्री, रविंद्र शाह, जीनत रहमान एवं कार्यालय सहायक नारायण गुप्ता ने अहम भूमिका निभाई।