संवाद सहयोगी, डुमरांव (बक्सर)। प्यार में धोखा देना, किस कदर जी का जंजाल बन जाता है, इसे बेहतर ढंग से बन्हेजी डेरा गांव के युवक उमेश कुमार और इनके परिवार के लोग ही बता सकते हैं।
शुक्रवार को इनके घर-आंगन में नाते-रिश्तेदारों की भीड़ थी। मंगल गीतों के साथ शादी की रस्मों को पूरा किया जा रहा था। दूर-दराज से आए रिश्तेदार बारात चलने की तैयारी में थे और दरवाजे पर बैंड-बाजा की कर्णप्रिय धुन पर युवा थिरक रहे थे।
बारात बन्हेजी डेरा गांव से स्थानीय नगर के एक मोहल्ले में शुक्रवार को ही जानी थी। घर से बारात निकलने का समय करीब आ गया था, तभी दूल्हा बन रहे उमेश कुमार के स्वजन को अविलंब थाने में आने का संदेश पहुंचा।
इसी के साथ शादी का शोर थम गया। थाने पहुंचने के बाद पता चला कि युवक की प्रेमिका ने इस शादी को रोकने की गुहार लगाई है। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद यह शादी टल गई।
पुलिस के हस्तक्षेप के बाद यह तय हुआ कि युवक का परिवार बेटी पक्ष के उपहार और शादी में अब तक हुआ पूरा खर्च वापस करेगा।
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युवक की शादी उसकी प्रेमिका से नवंबर माह में कराने का भी फैसला हुआ। इसके पीछे वजह यह सामने आई कि प्रेमिका अभी नाबालिग है।
मिली जानकारी के अनुसार उमेश कुमार का उत्तर प्रदेश के बलिया जिले अंतर्गत नरही की एक लड़की से पिछले दो-तीन साल से प्रेम संबंध था।
प्रेमिका का दावा है कि युवक उसके साथ शादी करने को तैयार था। लेकिन पारिवारिक अड़चन आने के कारण शादी नहीं हुई। इसी बीच लड़के के परिवार ने उसकी शादी स्थानीय नगर के एक मोहल्ले में तय कर दी।
बीती 12 फरवरी को तिलकोत्सव हुआ और शुक्रवार को बारात जाने वाली थी। इसी बीच प्रेमिका पुलिस के पास पहुंच गई। उसने युवक के साथ अपनी तस्वीरें और वीडियो दिखाए।
लड़की हर हाल में शादी राेकने के लिए हंगामा करने लगी। इस पूरे हंगामे के दौरान सबसे अधिक परेशान वह परिवार हुआ, जिसके घर बेटी की शादी की बारात पहुंचनी थी।
इस मामले में तीनों परिवार के सदस्य और प्रेमी-प्रेमिका ने आपस में बातचीत कर मसला सुलझा लिया है। फिलहाल प्रेमिका के दबाव के बाद यह शादी रुक गई है और अगले नवंबर माह में प्रेमी और प्रेमिका एक दूसरे के साथ शादी करने को राजी हो गए हैं। - बिंदेश्वर राम, थानाध्यक्ष, डुमरांव (बक्सर)