प्रभात कुमार झा, बेगूसराय: कोशिश यही है कि सरकार की नजर जहां तक जाए, सब कुछ ऑल इज वेल दिखे। अधिकारियों की फौज जिले को दुल्हन की तरह सजाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं, ताकि सरकार की नजर जहां भी जाए, सब कुछ ऑल इज वेल दिखे।
सालों से काई जमे भवनों की भी किस्मत खुल गई है। फाइलों को अप-टू-डेट करने में संबंधित विभाग के अधिकारी लगे हुए हैं। जनता के दरबार में अधिकारी पहुंच, उनकी समस्याएं सुनकर समाधान का आश्वासन दे रहे हैं। काश, जितनी कार्यक्षमता दिखाई जा रही है, उसका आधा भी सामान्य दिनों में दिखता, तो आमजन को प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाना नहीं पड़ता।
बछवाड़ा प्रखंड मुख्यालय सहित रानी-दाे पंचायत का नजारा पल-पल बदल रहा है। सीएम नीतीश कुमार का हेलिकॉप्टर अयोध्या टोल मैदान में उतरेगा। यहां हेलिपैड बन रहा है। यहां से मुख्यमंत्री सड़क से होकर प्रखंड कार्यालय पहुंचेंगे। जिस रोड से वे गुजरेंगे उस रोड की मरम्मत भी जोर-शोर से चल रही है। कुल मिलाकर तैयारी ऐसी कि जिस रास्ते से तू गुजरे वह फूलों से भर जाए... वाली पंक्ति चरितार्थ हो रही है।
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प्रखंड कार्यालय में जिन अधिकारियों के दर्शन आम दिनों में दुर्लभ होते हैं, वे भी जनता के दरबार में पहुंच कर उनकी समस्याएं सुन, शीघ्र निदान का आश्वासन दे रहे हैं। मनरेगा, प्रखंड सह अंचल कार्यालय सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने बाहरी रंग रोगन के साथ-साथ सरकारी योजनाओं की संचिका एवं फाइलों को अपडेट करने में कर्मियों को लगा दिया है।
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प्रखंड कार्यालय के आइटी भवन का सीएम द्वारा उद्घाटन कराने को लेकर प्रखंड एवं अंचल के कर्मी छुट्टी के दिन भी ड्यूटी पर जमे दिख रहे हैं। यहां सरकार के स्वागत में कोई चूक न हो, इस पर स्थानीय अधिकारी बारीकी से ध्यान रख रहे हैं।
आम लोग भी समस्याओं की पोटली बांधे सरकार के आगमन के इंतजार में हैं। हालांकि आम लोगों से सीएम के मिलने-जुलने की व्यवस्था के नाम पर प्रशासन की ओर से अभी से ही चेतावनी जारी की जा रही है। कहा जा रहा है कि सीएम के अयोध्या टोल मैदान में हेलिकॉप्टर उतरने के बाद आम लोगों के मैदान में प्रवेश पर पाबंदी रहेगी।
फिलहाल मुख्यमंत्री की सभा करने या आम लोगों के साथ संवाद करने कि कोई व्यवस्था नहीं देख लोग निराश हैं। कई पंचायत प्रतिनिधियों व आम जनों ने मुख्यमंत्री के समाधान यात्रा में उन्हें सीएम के साथ रूबरू कराने की मांग प्रशासन से की है। अब देखना यह है कि प्रशासन इसकी कोई व्यवस्था कराता है कि नहीं।