जागरण संवाददाता, शेखपुरा। पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने बिहार सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा है कि यह पहली बार हो रहा है कि सरकार तो है, मगर आम लोगों में सरकार कि विश्वसनीयता समाप्त हो गई है। बिहार में सरकार होने का कोई असर आम जनमानस में नहीं दिखता है। सिंह ने संसद में प्रस्तुत केंद्रीय बजट को दूरगामी असर वाला बताया।
सिंह गुरुवार को नवादा के कौआकोल जाने के क्रम में कुछ देर के लिए शेखपुरा में रुके, जहां मनोज कुमार तूफानी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में लोगों ने उनका स्वागत किया। यहां सिंह ने स्थानीय पत्रकारों से भी बात की। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निकट सहयोगी रह चुके आरसीपी ने उनकी समाधान यात्रा पर भी तंज कसा।
आरसीपी सिंह ने कहा कि बिहार में जो समस्या है, उसका निदान ऐसी यात्राओं से नहीं बल्कि, राजनीतिक दलों के साथ बैठकर वार्ता करने से निकलेगा। जदयू में पल रहे राजनीतिक संकट पर कहा कि उपेंद्र कुशवाहा और नीतीश कुमार के बीच क्या समझौता हुआ था, यह सबको जानना चाहिए। सब कुछ पर्दे के पीछे नहीं चलेगा।
उन्होंने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा हिस्सेदारी की जो बात कह रहे हैं, नीतीश जी को इसको साफ करना चाहिए। अपनी भावी राजनीतिक योजना पर आरसीपी ने कहा कि हम बिहार का भ्रमण करके लोगों से बात कर रहे हैं, मगर महागठबंधन में जाने का कोई सवाल नहीं है।
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पूर्व मंत्री ने कहा कि सरकार में बैठे लोगों ने ही स्वयं ऐसा माहौल खड़ा कर दिया है कि सरकार के रहते लोगों को ऐसा महसूस हो रहा है कि यहां सरकार है ही नहीं। केंद्रीय बजट पर बिहार के लिए कुछ विशेष नहीं मिलने के सवाल पर पूर्व मंत्री सिंह ने कहा कि इस बजट से बिहार के साथ समूचा देश आगे बढ़ेगा। बजट में जो प्रविधान किए जाने का प्रस्ताव है, उससे बिहार भी लाभांवित होगा।