Rakesh Tikait In Buxar : राकेश टिकैत बक्सर में किसानों से मिले, बोले- आंदोलन तो अब शुरू हुआ है; तेज होगा



संवाद सहयोगी, चौसा (बक्सर)। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत सोमवार को बक्सर पहुंचे। वे चौसा प्रखंड के बनारपुर गांव जाकर भूमि अधिग्रहण के मसले पर आंदोलन कर रहे किसानों से मिले। करीब तीन महीने से चौसा में जारी किसानों के विरोध प्रदर्शन के मसले पर उन्होंने कहा कि आंदोलन तो अब शुरू हुआ है।
उन्होंने कहा कि किसान जब गर्म हो जाएं, तभी आंदोलन शुरू होता है। बक्सर-बलिया की धरती आंदोलन की धरती रही है। यह आंदोलन बड़ा रूप लेगा। किसानों को सही मुआवजा देना ही होगा। इसके साथ ही किसानों के दूसरे मसलों की भी बात होगी।

टिकैत ने कहा कि जब तक लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल नहीं हो, तब तक कोई आंदोलन खड़ा नहीं होता। आंदोलन खड़ा करने के लिए शहादत देनी ही पड़ती है। चौसा में इसकी शुरुआत हो गई है। देश में किसान आंदोलन चला, तो साढ़े सात सौ किसानों की जान गई। करीब 10 हजार लोगों पर मुकदमे किए गए। लेकिन, इसका नतीजा निकला और सरकार को झुकना पड़ा।
पत्रकारों के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों की मांग पर कुछ प्रस्ताव दिए हैं। इन प्रस्तावों को देखेंगे। किसानों को मुआवजे के सवाल पर उन्होंने लगभग वही बातें कहीं, जो बक्सर का जिला प्रशासन कह रहा है। उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार की सरकार उन जालिमों से मुक्त हुई है।
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टिकैत ने कहा कि वर्ष 2013-14 में जो भूमि अधिग्रहण कानून बना था, उसके अनुरूप ही मुआवजा मिलना चाहिए। टिकैत ने कहा कि किसानों की जमीन हर कोई लूटना चाहता है। लेकिन ऐसा नहीं होने देंगे। वे अपने भाइयों के दुख में शामिल होने बक्सर आए हैं।

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