खनेठी में एक साथ सौ लोगों के बीमार होने से मची अफरातफरी
संवाद सूत्र, करगहर (रोहतास) : प्रखंड के खनेठी गांव में मंगलवार की रात उस समय अफरातफरी मच गई जब गांव के बच्चे से लेकर जवान और बूढ़े लोग पेट दर्द और उल्टी की समस्या से छटपटाने लगे। परिवार के लोग पड़ोसी के घर मदद के लिए जाते तो पता चलता कि उनके भी घर में कोई ना कोई सदस्य इसी समस्या से ग्रस्त है। रात बारह बजे के बाद देखते ही देखते हर घर से बीमारों की सूचना और चीखने चिल्लाने की आवाजें आने लगी। इस दौरान जिसे जो साधन मिला अस्पताल की ओर दौड़ पड़ा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने भी पीड़ित 57 मरीजों को सरकारी एम्बुलेंस की व्यवस्था कर सदर अस्पताल में भर्ती कराया। इनके अलावा अन्य मरीजों का इलाज अलग-अलग निजी अस्पतालों में चल रहाह है। इतीन संख्या में लोगों के एक साथ बीमार होने के कारण सदर अस्पताल में बेड कम पड़ गया। मरीजों को ट्रामा सेंटर, पीडियाट्रिक वार्ड, मेल वार्ड तथा कोरोना से निपटने के लिए बने वार्ड में भर्ती कर इलाज शुरू किया गया।
घटना के संबंध में थानाध्यक्ष नरोत्तम चंद ने बताया कि गांव के ही नारायण सिंह नामक दुकानदार द्वारा बेचे गए समोसा व पकौड़ी खाकर सभी की तबीयत खराब हुई है। पूछताछ के क्रम में दुकानदार ने बताया कि वह पूर्व से भी गांव में चाय-नाश्ते की दुकान लगाता है। इस तरह की शिकायत कभी नहीं आई थी। मंगलवार को ही वे बाजार से खरीदकर सील बंद रिफाइंड तेल का डब्बा लेकर आए थे। उसी तेल से उसने समोसा व पकौड़ी बनाया, जिसे खाकर रात के वक्त लोग बीमार पड़ने लगे। इस घटना में दुकानदार की पत्नी गुड़िया देवी, दो बेटे संदीप और प्रदीप समेत गांव के ही नंदू कुमार, दुर्गा कुमारी, रिंकी कुमारी, राजेंद्र शर्मा, जमा पासवान, कृष्णा कुमार, गौतम कुमार, राहुल कुमार, मनजी पासवान, मालती देवी, लालझारो देवी, रोहित कुमार, अरविंद कुमार, रूबी कुमारी, आत्मा कुमार, रोहित कुमार, प्रमिला देवी, विपिन सिंह, सोनू कुमार, राधिका देवी, सुमन कुमारी समेत अन्य बीमार हो गए। बीमार होने वालों में सबसे अधिक संख्या बच्चे व महिलाओं की है। एसडीपीओ संतोष कुमार राय ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है। किसी ने भी थाने में इसे लेकर अभी तक कोई आवेदन नहीं दिया है।