इंजोर हाई स्कूल में 30 लाख का गबन, दस्तावेज गायब
अरवल : जिले के कलेर प्रखंड अंतर्गत इंजोर हाई स्कूल में करीब 30 लाख रुपये के गबन का मामला सामने आया है। इससे जुड़े कई दस्तावेज गायब कर दिए गए हैं। इसका पर्दाफाश शिक्षा विभाग के अधिकारियों की जांच में हुआ है। विगत तीन सालों में बच्चों के नामांकन, खेल सामग्री और कामन रूम की राशि गबन करने का मामला सामने आया है। प्रभारी प्रधानाध्यापक से कई बार संबंधित दस्तावेज की मांग की गई, लेकिन प्रस्तुत नहीं किया गया। उप विकास आयुक्त ने प्रभारी प्रधानाध्यापक को हटाते हुए प्रपत्र क गठित करने का निर्देश दिया है। मामले पर अंतिम निर्णय जिला परिषद अध्यक्ष लेंगे। इंजोर हाई स्कूल के सहायक शिक्षक विजय कुमार ने शिक्षा विभाग से स्कूल में गबन की शिकायत की थी। शिकायत के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने विद्यालय पहुंचकर पूरे मामले की जांच की। इस दौरान प्रधानाध्यापक नरेंद्र गिरी गायब हो गए थे। जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रभारी प्रधानाध्यापक से कई बार दस्तावेज की मांग की गई, लेकिन रोकड़ पंजी, बैंक स्टेटमेंट उन्होंने प्रस्तुत नहीं किया। अब मामला जिला परिषद कार्यालय पहुंच चुका है। अब प्रभारी प्रधानाचार्य पर विभागीय कार्रवाई का निर्णय जिला परिषद अध्यक्ष द्वारा लिया जाएगा। मामले में उप विकास आयुक्त द्वारा आदेशों की अवहेलना करने के आरोप में प्रभारी प्रधानाचार्य को हटाए जाने और प्रपत्र क गठित करने का निर्णय पहले ही लिया जा चुका है। जांच के दौरान किसी योग्य प्रभारी को कार्यभार देने को लेकर अपना मंतव्य भी शिक्षा विभाग के अधिकारी सौंप चुके हैं। डीडीसी ने रिमाइंडर भेजते हुए कहा है कि प्रभारी प्रधानाध्यापक द्वारा विद्यालय के विकास से सम्बंधित एक भी दस्तावेज उपलबध नहीं कराया गया। लाखों के भुगतान के तमाम दस्तावेज गायब है। जिला शिक्षा अधिकारी रामचन्द्र बैठा ने बताया कि मामले की जांच करा ली गई है। कार्रवाई जिला परिषद अध्यक्ष स्तर से की जाएगी। इसके लिए अध्यक्ष से वार्ता की जाएगी।