संवाद सूत्र, गम्हरिया (मधेपुरा)। प्रखंड के बाल विकास परियोजना कार्यालय में विश्व स्तनपान दिवस के दूसरे दिन सेविका सहायिकाओं ने स्तनपान की महत्ता को ले जागरूकता रैली निकाली। रैली का नेतृत्व बाल विकास परियोजना पदाधिकारी चंद्रकला कुमारी ने किया। सीडीपीओ ने कहा कि मां का दूध बच्चों के लिए अमृत के समान होता है। बच्चे के जन्म से छह माह तक बच्चों को केवल मां का दूध ही पिलाया जाना चाहिए। इससे बच्चे को पर्याप्त पोषक तत्व मिल पाएगा। उन्होंने बताया कि बच्चों में पोषक तत्व की कमी होने के बाद उसमें कई प्रकार की बीमारियों का खतरा बना रहता है। इसलिए स्तनपान करवाना आवश्यक है। मां के दूध बच्चे के अंदर जाने से उसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास काफी तेजी से होता है। इससे बच्चे किसी भी प्रकार की बीमारियों से लड़ने में सक्षम हो जाते हैं। साथ ही बच्चों में कुपोषण एवं सूखा रोग की संभावना खत्म हो जाती है। स्तनपान कराने से मां को स्तन कैंसर जैसी बीमारियों से बचाव में सहायता करता है। उन्होंने बताया कि स्तनपान की महत्ता को समझाने के लिए एक अगस्त से सात अगस्त तक विश्व स्तनपान दिवस मनाया जाता है। प्रखंड क्षेत्र में स्तनपान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए रैली निकाला गया। उन्होंने बताया कि इस सप्ताह में सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर विशेष आयोजन कर स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। मौके पर महिला पर्यवेक्षक ममता कुमारी, शबाना प्रवीण, इंदिरा कुमारी, कार्यालय सहायक राजदीप रमण, विकेश कुमार सहित अन्य सेविका-सहायिका मौजूद थे।