संवाद सूत्र, मधेपुरा : आजादी के 75वें दिवस के मौके पर 15 अगस्त को जिले के हर घर में तिरंगा फहराने की तैयारी है। जिला प्रशासन ने इसको सफल बनाने के लिए आदेश भी जारी कर दिया है।
डीएम के पत्र के आलोक में जिला पंचायती राज पदाधिकारी मनोहर कुमार साहू ने सभी प्रखंड के बीडीओ को पत्र जारी करते हुए कहा है कि हर पंचायत में तिरंगा फहराने के आदेश का पालन किया जाए। हर पंचायत में तिरंगा अभियान के लिए एक-एक हजार रुपये खर्च किए जाएंगे। दरअसल आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर जिले की सभी 160 पंचायतों और उसके 2142 वार्डों में तिरंगा झंडा फहराया जाएगा। झंडा फहराने के लिए सभी पंचायत व वार्डों को खर्च के रूप में एक-एक हजार रुपये छठे राज्य वित्त आयोग की सामन्य निधि से खर्च किए जाएंगे।
डीपीआरओ ने बताया कि इससे जिलावासियों में राष्ट्रीय ध्वज के प्रति आस्था पैदा होगी। लोग अपने आप ही अपने घरों पर झंडोत्तोलन करेंगे। इस संबंध में डीएम को निर्देश दिया गया है कि 13 व 14 अगस्त को ग्राम पंचायतों में एक विशेष ग्रामसभा का आयोजन करने की व्यवस्था की जाए। इसमें पंचायत के सभी निर्वाचित सदस्य, सरकारी कर्मी तथा संविदा कर्मी हिस्सा लेंगे। इस ग्रामसभा में भारत की आजादी की लड़ाई के विभिन्न पहलुओं व स्थानीय स्वतंत्रता सेनानियों के कार्याें पर प्रकाश डाला जाएगा। साथ ही योजनाओं का चयन भी किया जाएगा। पंचायत मुख्यालय में मुखिया व वार्ड में वार्ड सदस्य द्वारा ध्वज संहिता 2022 के नियमों का पालन करते हुए सरकारी स्थानों पंचायत सरकार भवन, पंचायत भवन, मनरेगा भवन व वार्ड में बने हर घर नल का जल की टंकी पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा। स्थानीय जीविका संगठनों से विभिन्न आकार का झंडा खरीदने को प्राथमिकता दी जाएगी। इस झंडे का उपयोग गणतंत्र दिवस व स्वतंत्रता दिवस के मौके पर किया जाएगा। मात्र इसका ध्यान रखा जाय कि झंडा अधिनियम के अनुसार इसका सम्मान करते हुए झंडोत्तोलन किया जाय और सूर्यास्त के पहले उतार कर इसे रख दिया जाय।
झंडा फहराने का नियम - प्रत्येक नागरिक को अपने आवास, स्कूल व सरकारी कार्यालयों में सम्मान के साथ झंडा अचार संहिता का पालन करते हुए फहराना है। - झंडा फहराते समय सदैव केसरिया रंग की पट्टी झंडे के ऊपर की तरफ होनी चाहिए। - झंडे को अगर सरकारी परिसर में फहराया जाता है तो सूर्योदय के बाद ध्वजारोहण किया जाना चाहिए व सूर्यास्त के साथ सम्मान के साथ उसे उतारना चाहिए। - हर घर पर झंडा विधिवत तरीके से लगाया जाना चाहिए। आधा झुका, फटा या कटा झंडा लगाया जाना मना है। हर घर तिरंगा फहराने की है योजना हर घर तिरंगा कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता को सुदृढ़ करने का एक महत्वपूर्ण अभियान है। इससे हमारे दिश की राष्ट्रीय भावना उच्चतम स्तर पर पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि हर घर तिरंगा कार्यक्रम में संपूर्ण जन भागीदारी के साथ स्वास्थ्य, सहकारिता, ग्रामीण विकास विभाग समेत राष्ट्रीय सेवा योजना, नेहरू युवा केंद्र, आंगनबाड़ी केंद्र, जन वितरण प्रणाली की दुकान, सभी थानों, सभी पंचायत, पंचायत समितियां, जीविका स्वयं सहायता समूहों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। इस कार्यक्रम में लोग अपने घरों पर झंडोत्तोलन करेंगे।
तिरंगा आपूर्ति की नहीं की गई मांग जीविका के परियोजना पदाधिकारी अनोज कुमार ने बताया कि सरकार ने जारी पत्र में कहा है कि झंडे की खरीदारी में जीविका को प्राथमिकता दी जाए। एक हजार से अधिक दीदियां तिरंगा निर्माण को लेकर तैयार हैं, लेकिन अभी तक जिला प्रशासन अथवा किसी भी विभाग से तिरंगा आपूर्ति की मांग नहीं की गई है। लिहाजा तिरंगा का निर्माण नहीं कराया जा रहा है। कोट हर घर तिरंगा कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। सभी 160 पंचायतों के 2142 वार्डों में झंडोत्तोलन की योजना है। सभी बीडीओ को इससे संबंधित पत्र भेजा जा रहा है ताकि वे कार्यक्रम की सफलता को लेकर तैयारी कर सके। तिरंगा की खरीदारी की सारी जिम्मेदारी पंचायतों को दे दी गई है लिहाजा जिला प्रशासन झंडा आपूर्ति की मांग जीविका से नहीं की है। -मनोहर कुमार साहू, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, मधेपुरा