संवाद सूत्र, पुरैनी (मधेपुरा): प्रखंड संसाधन केंद्र परिसर में वर्षों से लंबित उपयोगिता प्रमाणपत्र व डीसी विपत्र के निपटारे को लेकर शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में राज्य महालेखाकार द्वारा लगाए गए आपत्ति के निराकरण के लिए चिह्नित विद्यालयों को कागजात जमा कराने का निर्देश दिया गया है।
महालेखाकार द्वारा मांगे गए कागजात जमा नहीं कराने वाले विद्यालय के प्रधानाध्यापकों से उक्त मद की राशि की वसूल करने के लिए विभाग के द्वारा कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मालूम हो कि महालेखाकार के द्वारा प्रखंड के श्रीबासुदेव उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नयाटोला व जयलाल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सपरदह से शैक्षणिक वर्ष 2011-12 के मुख्यमंत्री बिहार दर्शन योजना मद के मूल सूची जमा करने का निर्देश दिया गया है। वहीं श्रीवासुदेव उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नयाटोला से वर्ष 2014-15 के छात्रवृति व मध्य विद्यालय पुरैनी से छात्रवृत्तिय योजना के सामान्य वर्ग के छात्राओं की मूल सूची को मांगा गया है। वहीं शैक्षणिक वर्ष 2017-18 में मुख्यमंत्री शैक्षणिक परिभ्रमण योजना से संबंधित प्रखंड क्षेत्र के कुल 36 मध्य विद्यालयों से भेजे गए उपयोगिता में से केवल तीन विद्यालय के सूची को ही मंजूरी दी गई। इसमें से 27 विद्यालयों से शैक्षणिक परिभ्रमण की राशि से संबंधित उपयोगिता का मूल सूची जमा करने को कहा गया है। वहीं जमा कराए गए छह विद्यालयों के भेजे गए उपयोगिता को अस्वीकार कर दिया गया है।
महालेखाकार पटना के द्वारा भेजे गए पत्र के अनुसार प्रखंड क्षेत्र के मध्य विद्यालीय बलिया, उमवि बालाटोल, मवि पुरैनी, मवि बंशगोपाल, उमवि बघड़ा, उमवि तेलियारी, मवि औराय, उमवि मरुआही, उमवि चैंगाही, उमवि खेरहो, उमवि खेरहो चंदा, उमवि तिरासी, उमवि सपरदह, मवि कड़ामा, मवि बासुदेवपुर, उत्क्रमित कन्या मवि रौता, उमवि कुरसंडी, उमवि डुमरैल, उमवि गणेशपुर दियारा, मवि योगीराज, उमवि नरदह, उमवि उर्दू नरदह, उमवि फुलपुर, उमवि फेकरारही, उमवि भोलाबाबु बासा, उमवि ओरलाहा व उत्क्रमित उर्दू मवि भटौनी से शैक्षणिक परिभ्रमण की राशि के मूल सूची की मांग की गई है। वहीं मवि नयाटोला, उमवि कालेश्वर टोला पश्चिमी, उमवि बथनाहा, उमवि पुरैनी, उमवि फेकरारही एवं उमवि कहरटोली द्वारा शैक्षणिक परिभ्रमण से संबंधित भेजे गए उपयोगिता सूची को विभाग के द्वारा अस्वीकार कर दिया गया है। बताते चलें कि विभाग के द्वारा मांगे गए उपयोगिता की मूल सूची संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापकों द्वारा शिविर में जमा कराई जा रही है।