जानकारी के अनुसार प्रखंड की विभिन्न पंचायत को जिला मुख्यालय से जोड़ने के उद्देश्य से जिला परिषद के पथ संख्या 18 स्थित कोड़लाही व सुखासन गांव से गुजरने वाली सुरसर नदी पर इस पुल का निर्माण कराया गया था। पुल के बनने के बाद बिशनपुर कोड़लाही व रानीपट्टी सुखासन पंचायत के लोगों को आवागमन के लिए काफी सुविधा होती है। वहीं प्रखंड के बैसाढ़, इसरायण खुर्द, लक्षमीपुर चंडीस्थान, बिशनपुर कोड़लाही व बेलारी पंचायत सीधे जिला मुख्यालय जुड़ गए। इसके अलावा 30 किलोमीटर की दूरी घटकर 20 किलोमीटर रह गई। लेकिन रोजाना दर्जनों ट्रैक्टर व ट्रक के सामान लेकर गुजरने के कारण पुल क्षतिग्रस्त हो गया। इसके बाद भी विभाग के द्वारा पुल का मरम्मत कार्य नहीं करवाया गया। इस वजह से पुल के बीच में सपोर्ट के लिए बनाया गया दो पाया बैठ गया है। इस वजह से अब आए दिन दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। लेकिन विभाग के लापरवाह रवैये के कारण पुल का मरम्मत कार्य नहीं किया गया। बताते चलें कि इस मामले को लेकर मुखिया संघ अध्यक्ष सह बेलारी पंचायत के मुखिया डा. विश्वबंधु बादल, बिशनपुर कोड़लाही के मुखिया सुरेंद्र प्रसाद, लक्षमीपुर चंडीस्थान की मुखिया विभा देवी सहित अन्य के द्वारा जिलाधिकारी को इस संबंध में सूचना दी गई। उनलोगों ने बताया कि इसको लेकर जिलाधिकारी से इंजीनियर की टीम भेजकर पुल की मरम्मत की मांग की गई है।