संसू, सहरसा: शुक्रवार को प्रमंडलीय सभागार में कोसी प्रमंडलीय आयुक्त गोरखनाथ की अध्यक्षता में थाना और ओपी में सीसीटीवी कैमरा एवं उपकरणों के अधिष्ठापन तथा निगरानी के लिए गठित निगरानी समिति की बैठक हुई।
सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन को लेकर हुई बैठक में कोसी रेंज के डीआइजी शिवदीप वामनराव लांडे भी उपस्थित थे। बैठक में आयुक्त ने कहा कि सभी थानों में जितनी भी कार्रवाई हो रही है वह सीसीटीवी की निगरानी में होनी चाहिए। थानों और ओपी में सीसीटीवी अधिष्ठापन का मुख्य उदेश्य कि पुलिस विभाग के कार्यों में पारदर्शिता लाना है। कहा कि पुलिस विभाग पर ज्यादती का जो आरोप लगता है, इसपर रोकथाम कर मानवाधिकार उल्लंघन की घटनाओं में कमी लाने का प्रयास किया जाय। आयुक्त ने सीसीटीवी के संस्थापन, रखरखाव एवं अनुश्रवण का कार्य नियमित करने को कहा। कहा कि सीसीटीवी खराब होने पर संबंधित थानाध्यक्ष स्टेशन डायरी में अंकित करेंगे एवं इसकी सूचना तुरंत पुलिस अधीक्षक को तथा अधिकृत एजेंसी को देंगे। उन्होंने बारी-बारी से संबंधित जिलों के पुलिस अधीक्षक से थाना और ओपी की संख्या एवं उनमें लगाये गये सीसीटीवी कैमरा तथा अन्य उपकरण से संबंधित जानकारी ली गई। सहरसा पुलिस अधीक्षक द्वारा बताया गया कि जिलान्तर्गत 14 पुलिस थानों में से 12 एवं नौ ओपी में से तीन ओपी में सीसीटीवी कार्यरत है। सुपौल एसपी ने बताया गया कि जिले के सभी 20 थानों में तथा पांच ओपी में से एक ओपी में सीसीटीवी कार्यरत है। मधेपुरा एसपी ने जानकारी दिया कि जिले के सभी 15 पुलिस थानों में सीसीटीवी कायर्रत है और सभी आठ ओपी में अभी इसका अधिष्ठापन बांकी है। आयुक्त ने सभी शेष बचे थाना/ओपी में यथाशीघ्र सीसीटीवी अधिष्ठापन कराने का निर्देश दिया। संस्थापित सीसीटीवी कैमरों के रखरखाव, संचालन तथा निगरानी के लिए अनुपालन का निदेश दिया।
सहरसा जिलाधिकारी द्वारा इस संबंध व्हाटसएप्प ग्रुप के माध्यम से सीसीटीवी संबंधी सूचना एवं प्रतिवेदन प्रतिदिन प्राप्त करने का सुझाव दिया गया। पुलिस उप महानिरीक्षक द्वारा प्राधिकृत एजेंसी को उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों का प्रतिवेदन एवं थानों में उनके स्तर से विगत छह माह में किये गये निरीक्षण संबंधी प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। सीसीटीवी कैमरा एवं उपकरण से संबंधित अधिष्ठापन, रख-रखाव, मरम्मत आदि के लिए अधिकृत एजेंसी टाटा एडवांस सिस्टम लिमिटेड के क्षेत्रीय अभियंताओं एवं जिला समन्वयक से इस संबंध में उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी ली गई। तथा उन्हें मासिक/त्रैमासिक रूप में इससे संबंधित प्रतिवेदन नोडल पुलिस पदाधिकारियों को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। सहरसा जिला परिषद अध्यक्ष ने सुझाव दिया गया कि सीसीटीवी उपकरण थाना/ओपी के ऐसे हिस्सों में लगे जहां से थाना परिसर/भवन स्पष्ट ²ष्टिगोचर होना चाहिए। वहीं पुलिस थाना/ओपी से अलग मुख्य चौक-चौराहा/सार्वजनिक स्थानों पर भी सीसीटीवी कैमरा अधिष्ठापन के लिए सुझाव दिया गया। इस संबंध में आयुक्त ने संज्ञान लेते हुए सभी डीएम एवं एसपी से जानकारी ली गई तथा नगर परिषद/नगर पंचायत से समन्वय कर इस दिशा में कार्य करने का निर्देश दिया।