संसू, महिषी (सहरसा) : सरकार के द्वारा सभी को पक्का मकान उपलब्ध करवाने को लेकर कई योजनाएं चलायी गयी लेकिन विभागीय अधिकारियों की उदासीनता के कारण अब भी गरीब को अपना पक्का का मकान नहीं मिल सका।
सबसे पहले वर्ष 1993 में सरकार द्वारा गरीबों के लिए कलस्टर में पक्का मकान का निर्माण करवाकर उन्हें सौंपने की परंपरा रही। उसके बाद इंदिरा आवास की योजना के तहत योग्य लाभुकों को राशि प्रदान उन्हें अपने लिए पक्का मकान बनाने का मौका दिया गया। आज उनका घर जर्जर हो चुका है। हालांकि इसके जीर्णोद्धार के लिए सरकार ने पुन: जीर्णोद्धार योजना के तहत 50 हजार की राशि देने की घोषणा की है, लेकिन प्रखंड क्षेत्र के किसी भी लाभुक को अबतक इस योजना का लाभ नहीं मिल सका है। वहीं इंदिरा आवास योजना के तहत करीब तीन हजार लाभुक के मकान अब भी अपूर्ण दिखलाए जा रहे हैं, जिन्हें प्रखंड कार्यालय द्वारा नोटिस भेजा गया है, परंतु जो लाभुक अपने मकान तैयार कर चुके हैं उन्हें राशि का भुगतान नहीं किया गया ।
जानकारी के अनुसार, वर्ष 2016 -21 तक प्रखंड क्षेत्र के 7555 लाभुकों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया गया जिसमें से 234 आवास अबतक अपूर्ण हैं। इन्हें पूर्ण करवाने के लिए बीडीओ द्वारा संबंधित आवास सहायक सहित लाभुकों को नोटिस भेजा गया है तो वहीं सरकारी आकंड़ों के अनुसार इंदिरा आवास के तीन हजार लाभुकों को मकान पूर्ण करवाने के लिए लाल नोटिस भेजा जा चुका है लेकिन महिषी उत्तरी के उड़ो देवी,शांति देवी, सबिया देवी जैसे दर्जनों लाभुक ऐसी हैं जिन्होंने इंदिरा आवास योजना के तहत आवास निर्माण पूर्ण कर लिया। बावजूद उन्हें अंतिम किस्त का भुगतान नहीं किया जा सका जबकि जीर्णोद्धार योजना के लिए प्रखंड को मिले 32 हजार के निर्धारित लक्ष्य में से अबतक एक भी लाभुक को इस योजना का लाभ नहीं दिया गया है।
इस संबंध में बीडीओ विनय मोहन झा ने बताया कि जीर्णोद्धार योजना के लिए सर्वे करने का निर्देश दिया गया है जबकि इंदिरा आवास योजना के तहत निर्मित आवास के लाभुकों के भुगतान के लिए जांच के आदेश दिए गए हैं।