संस, सहरसा : यूं तो राज्य सरकार सभी लघु एवं सीमांत किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से लाभांवित करना चाहती है जबकि योजना का लाभ के लिए जिले के एक लाख 14 हजार से अधिक किसानों के आवेदन लंबित पड़े हुए हैं। अबतक तीन लाख 45 हजार 70 किसानों ने आवेदन दिया जिनमें से दो लाख 31 हजार 933 किसानों के आवेदन स्वीकृत हुए हैं। इसका मूल कारण राजस्वकर्मियों और सीओ की मनमानी है। किसानों के आवेदन के आधार पर समय पर कागजात का सत्यापन नहीं हो पाने के कारण जिलास्तर से पीएम पोर्टल पर समय पर अग्रसारित नहीं हो पाता है। इसकी वजह से किसानों का भुगतान शुरू नहीं हो पाता है।
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सीओ स्तर से निरस्त किए गए 46192 आवेदन
वर्ष 2019 में योजना प्रारंभ होने के समय तत्कालीन डीएम के प्रयास से जिलास्तर पर कैंप लगाकर जमीन के कागजात का सत्यापन कराया गया। फलस्वरूप बड़े पैमाने पर आवेदन अग्रसारित हुए। बाद में इस योजना की गति मंथर हो गई। इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए अबतक तीन लाख 45 हजार 70 लोगों ने आवेदन किया। इसमें 55888 कृषि समन्वय स्तर से और 46192 आवेदन सीओ स्तर से निरस्त कर दिया गया। अपर समाहर्ता स्तर पर दस हजार 188 आवेदन निरस्त किया गया। बावजूद इसके एक लाख 14 हजार से अधिक आवेदन विभिन्न स्तरों पर लंबित पड़ा हुआ है। अबतक जिले में दो लाख 31 हजार 933 लोगों का ही आवेदन पीएम किसान निधि पोर्टल पर प्रेषित हुआ। इन किसानों को प्रत्येक चार माह पर दो हजार की दर से राशि प्राप्त होने लगा है। --------------------
ई केवाईसी के कारण लगभग 20 हजार किसानों का अवरूद्ध् है भुगतान -----
प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के तहत 31 मई को जिले के दो लाख 31 हजार से अधिक लाभुकों के बीच 48 करोड़ 34 लाख 68 हजार रुपये का वितरण किया गया। दूसरी ओर 20 हजार से अधिक लाभुकों का भुगतान ई केवाईसी नहीं होने के कारण रूक गया है। डीएम के निर्देश पर विभाग किसान सलाहकारों के माध्यम ईकेवाईसी कराने का निर्देश दिया है। ----------------
किसानों के लंबित आवेदन को अब तेजी से निष्पादित किया जा रहा है। उम्मीद है कि वांछित कागजात के कारण आवेदन देनेवाले सभी लाभुकों का आवेदन शीघ्र स्वीकृत होगा। तथा इनलोगों को भुगतान भी किया जाएगा। ज्ञानचंद्र शर्मा
जिला कृषि पदाधिकारी, सहरसा।