चार कर्मचारी संभाल रहे 130 राजस्व गांवों का कार्यभार

संवाद सूत्र, रामपुर: स्थानीय अंचल के कुल नौ पंचायतों में स्थित 130 राजस्व गांव में मात्र चार कर्मचारी पिछले कई वर्षों से राजस्व का काम संभाल रहे हैं। अंचल में राजस्व कर्मचारियों की कमी से प्रखंड क्षेत्र के लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है। समय पर लोगों का राजस्व का काम नहीं हो रहा है। लोगों का कहना है कि एक हल्का कर्मचारी पर कई पंचायतों की जिम्मेदारी है। इससे लोगों का काम समय से नहीं हो पाता है। ज्यादा पंचायत व राजस्व ग्राम की जिम्मेदारी रहने के कारण राजस्व की वसूली, जमीन का मोटेशन, लोक शिकायत, जनशिकायत, जनता दरबार, आवेदनों की जांच व चुनाव कार्य में कर्मचारियों की व्यस्तता काफी बढ़ जाती है। कई बार खोजने पर भी हल्का कर्मचारी नहीं मिल पाते। आनलाइन दाखिल-खारिज कराने की संख्या बढ़ी है। आनलाइन आवेदनों की बढ़ती संख्या ने राजस्व वसूली कार्य को भी प्रभावित किया है। अंचल कार्यालय रामपुर में राजस्व कर्मचारी समेत अन्य कर्मियों की घोर कमी है। इस कारण जमीन संबंधी विवादों का समय पर निपटारा नहीं हो पा रहा है। प्रखंड की कुल नौ पंचायतों में मात्र चार राजस्व कर्मचारी हैं। इस कारण प्रखंड के लोगों को जहां जमीन संबंधी कार्यों के लिए महीनों इंतजार करना पड़ता है, वहीं कार्य में विलंब के कारण आए दिन जमीनी विवाद हो रहा है। लोगों को जमीन की रजिस्ट्री करवाने के बाद जमीन का दाखिल खारिज, लगान रसीद आदि कार्यों के लिए कर्मचारी की कमी के कारण महीनों चक्कर लगाना पड़ रहा है। अंचल कार्यालय में राजस्व कर्मचारी के कुल नौ पद स्वीकृत हैं। लेकिन सीआई सहित तीन राजस्व कर्मचारी नियुक्त हैं। इन चार कर्मियों के सहारे ही भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र, दाखिल खारिज समेत अन्य काम हो रहा है। क्या कहते हैं पदाधिकारी:


अंचल कार्यालय में राजस्व कर्मियों की कमी रहने के बावजूद समय पर कार्यों का निपटारा किया जा रहा है। राजस्व कर्मचारी की कमी के कारण अंचल कार्यालय में भी कार्य का काफी दबाव बना रहता है। जिससे कार्य की अधिकता को लेकर भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
लवली कुमारी, सीओ

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