संसू, नवहट्टा (सहरसा ) : सरकार ने मृदा सेहत कार्ड की पूरी जानकारी के लिए एक पोर्टल डब्लू डब्लू डब्लू डाट स्वायल हेल्थ डाट डीएसी डाट गर्वनमेंट डाट इन तैयार किया है। इस पोर्टल पर मृदा नमूनों के पंजीकरण, मृदा नमूनों के परीक्षण परिणामों को दर्ज करने और उर्वरक सिफारिशों के साथ मृदा स्वास्थ्य कार्ड बना सकते हैं। खेती की मिलेगी पूरी जानकारी
पोर्टल से किसानों को ना सिर्फ उनकी मिट्टी की सेहत की जानकारी मिल पाएगी, बल्कि खेत में कब कौन सा खाद कितनी मात्रा में डालनी है, इसकी भी जानकारी मिलेगी। किसान सलाहकार व समन्वयक खेतों में जाकर मिट्टी की जांच कर उसकी रिपोर्ट तैयार करेंगे। इसके बाद अपनी रिपोर्ट मृदा सेहत कार्ड में दर्ज करेंगे। साथ ही उसमें इस बात को भी दर्ज किया जाएगा कि खेत में कौन सी खाद कितनी मात्रा में डाली जाएगी। योजना का मुख्य उद्देश्य मिट्टी की संतुलन और उसकी उर्वरता को बढ़ावा देना है। इससे किसानों को कम लागत में अधिक पैदावार मिल सके। मिट्टी के पीएच मान की जुटाई जाएगी जानकारी किसानों के खेतों की मिट्टी में किस पोषक तत्वों की जरूरत है, किस खाद की आवश्यकता है। इसकी जानकारी दी जाएगी। साथ ही फसल के उचित तापमान व वर्षा के हालात आदि के बारे में भी बताया जाएगा। इसमें मिट्टी की पीएच मान, सल्फर, नाइट्रोजन, फास्फोरस, जिक, आयरन, मैंगनीज और पोटाश की मात्रा का पता लगाया जाएगा। इसके बाद फसल की जरूरत के मुताबिक मिट्टी के संतुलित मात्रा में खाद डाली जाएगी। रिपोर्ट कार्ड के अनुसार फसल लगाने से उत्पादन में वृद्धि होगी। मृदा सेहत कार्ड के अनुरूप मिट्टी की गुणवत्ता का अध्ययन कर अच्छी फसल लगाने के बारे में सहायता की जाएगी। बीके मिश्रा
कृषि समन्वयक