संवाद सहयोगी, लखीसराय : डीएम एवं सीएस के बार-बार निर्देश के बावजूद सदर अस्पताल में चिकित्सकों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रहा है। तमाम दावों के बाद भी अस्पताल की व्यवस्था नहीं सुधर रही है। खासकर डाक्टरों की अनियमित उपस्थिति यहां की व्यवस्था में सबसे बड़ी बाधा है। अधिकांश चिकित्सक सरकारी व्यवस्था के अनुकूल नहीं बल्कि अपने मनमुताबिक ड्यूटी कर रहे हैं। सोमवार को दिन के 10:12 बजे तक सदर अस्पताल में एक भी एमबीबीएस डाक्टर नहीं थे। इमरजेंसी में नर्स व गार्ड विभिन्न घटना में जख्मी मरीज का मरहम-पट्टी कर रहे थे। चिकित्सकों के नहीं रहने के कारण सड़क दुर्घटना सहित विभिन्न घटना में जख्मी मरीजों के स्वजनों ने जमकर हंगामा किया। इसके बाद दंत चिकित्सक राज कुमार उपाध्याय ने मरीजों का इलाज किया। सोमवार को रोस्टर के मुताबिक सदर अस्पताल में 11 चिकित्सकों की ड्यूटी लगी थी। परंतु दिन के 10:12 बजे के बाद छह चिकित्सक ही ड्यूटी पर आए। एकमात्र दंत चिकित्सक राज कुमार उपाध्याय ही दिन के नौ बजे ड्यूटी पर पहुंचे। जबकि दिन के 10:00 बजे तक दो सौ मरीजों ने इलाज कराने के लिए निबंधन करा लिया था। सड़क दुर्घटना में जख्मी गणेश कुमार, मुकेश कुमार, मारपीट में जख्मी दंपती रामनगर के मंचन कुमार एवं उसकी पत्नी सरिता देवी की मरहम पट्टी इमरजेंसी में जीएनएम आभा कुमारी, पार्वती देवी एवं गार्ड राजन कुमार कर रहे थे। इस दौरान जख्मी नया टोला के गोपाल कुमार एवं हृदय रोग व डायबिटीज के मरीज गीता देवी की हालत खराब हो रही थी। इसको लेकर स्वजनों ने जमकर हंगामा किया। दंत चिकित्सक ने प्राथमिक इलाज के बाद बेहतर इलाज के लिए दोनों मरीज को रेफर किया। इमरजेंसी में डा. संजय कुमार की ड्यूटी थी परंतु वे 10:38 बजे वे अस्पताल पहुंचे। ओपीडी में डा. राज अभय दिन के 10:12 बजे, डा. एके सत्यम दिन के 10:30 बजे, डा. कुमार अमित एवं डा. अशोक कुमार सिंह दिन के 11:00 बजे ड्यूटी पर पहुंचे। जबकि डा. संगीता राय, डा. हरदीप बागरिया, डा. अमित कुमार सिन्हा, डा. आलोक कुमार एवं डा. विभूषण कुमार ड्यूटी से अनुपस्थित थे। इस संबंध में सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डा. राकेश कुमार ने बताया कि डा. संजय कुमार सहित पांच डाक्टर समय पर ड्यूटी पर कभी नहीं पहुंचते हैं। 28 मार्च 22 को इमरजेंसी में डा. संजय कुमार 10 बजे तक नहीं पहुंचे थे। दो दिन पूर्व ही डीएम के निरीक्षण में अनुपस्थित चिकित्सकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। सोमवार को भी अनुपस्थित रहने वाले एवं देर से आने वाले चिकित्सकों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। इसके बावजूद सुधार नहीं हो रहा है।
गुलशन हत्याकांड : दो दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली यह भी पढ़ें