संवाद सहयोगी, लखीसराय। राजधानी पटना के पत्रकार नगर थाना क्षेत्र में घर की आया से दुष्कर्म व हत्या के मामले में माणिकपुर स्थित पैतृक आवास से रेलवे के जेई हरेकृष्ण मुरारी एवं उसकी नर्स पत्नी की गिरफ्तारी के बाद क्षेत्र में चर्चा गरम है।
सूर्यगढ़ा प्रखंड के नदी कान्ही क्षेत्र के लोग इससे अचंभित भी हैं। गिरफ्तार जेई के परिवार के सभी लोग शिक्षित एवं नौकरीपेशा हैं। आया से दुष्कर्म एवं हत्या के मामले में गिरफ्तार रेलवे के जेई स्कूली शिक्षा के बाद से पटना एवं अन्य शहरों में रहे हैं। करीब 10 वर्ष पूर्व रेलवे में जेई के पद पर नौकरी होने के बाद वे अपनी नर्स पत्नी के साथ पटना में ही किराये के मकान में रहने लगे। वे कभी-कभार काफी कम समय के लिए ही गांव आते थे। गांव के लोगों की बात तो दूर आस-पड़ोस के लोगों से भी वे कटे-कटे रहते थे। इसलिए उनके आचरण एवं रहन-सहन के संबंध में माणिकपुर के लोग कुछ भी नहीं बता पाते हैं। गिरफ्तार जेई दो भाई एवं एक बहन हैं। उनके पिता रामेश्वर प्रसाद मेहता सूर्यगढ़ा प्रखंड अंतर्गत उच्च विद्यालय अमरपुर मेदनीचौकी के प्रधानाध्यापक पद से 10 वर्ष पूर्व ही सेवानिवृत्त हुए हैं, जबकि मां मनोरमा देवी प्राथमिक विद्यालय लक्ष्मीपुर माणिकपुर से सहायक शिक्षिका पद से सेवानिवृत्त हुई हैं। उनका बड़ा भाई मर्चेंट नेवी में जेई एवं बहन उत्क्रमित मध्य विद्यालय बाकरचक में 34,500 वाली प्रशिक्षित शिक्षिका हैं। पत्नी भी पटना में ही किसी सरकारी अस्पताल में नर्स हैं। ग्रामीणों में इस बात की चर्चा है कि आया से दुष्कर्म एवं हत्या के मामले में गिरफ्तार जेई का पूरा परिवार शिक्षित है। वे अपनी पत्नी के साथ ही पटना में रहते थे। आखिर किस परिस्थिति में उन्होंने इस घिनौने कार्य को अंजाम दिया है। ऐसा तो नहीं कि उन्हें फंसाया जा रहा है, लोगों में यह चर्चा का विषय बना हुआ है।