संवाद सूत्र, बिहारीगंज (मधेपुरा) : प्रखंड कार्यालय सभागार में शनिवार को पंचायत समिति सदस्यों की बैठक हुई। इसमें आंगनबाड़ी केंद्रों में धांधली का मुद्दा छाया रहा। सदस्यों ने सेविका द्वारा जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने में मनमानी करने का आरोप लगाया गया।
लक्ष्मीपुर लालचंद मुखिया संदीप कुमार ने कहा कि प्रमाणपत्र बनाने में गरीबों से रिश्वत की मांग की जाती है। लक्ष्मीपुर लालचंद के वार्ड 12 में सरकारी भवन रहने के बावजूद निजी स्थल पर केंद्र का संचालन होता है। इसे देखने वाला कोई नहीं है। इसका मुख्य कारण एक सीडीपीओ को आलमनगर, पुरैनी और बिहारीगंज का कार्यभार संभालना पड़ता है।
वहीं, जिला परिषद सदस्य अर्चना सिंह ने आंगनबाड़ी केंद्रों की बदहाली से सीडीपीओ को अवगत कराते हुए कहा कि पोषाहार के नाम पर जमकर धांधली मची हुई है। मधुकरचक पंचायत के वार्ड पांच में सेविका व सहायिका की बहाली नहीं हो सकी है। आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 88 की सेविका द्वारा पांच वर्ष पूर्व इस्तीफा देने के बावजूद अब तक बहाली नहीं होना विभागीय लापरवाही दर्शाता है।
इस पर प्रभारी सीडीपीओ मीना कुमारी ने जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र में किसी प्रकार की राशि मांगें जाने की लिखित शिकायत नहीं रहने की बात कही। इससे पूर्व सीडीपीओ के बैठक में देरी से आने सदस्यों ने रोष प्रकट किया। बीडीओ ने सदस्यों को समझाकर शांत किया। इस दौरान स्वास्थ्य, शिक्षा, विधुत, मनरेगा आदि मुद्दों पर चर्चा की गई।
बैठक की अध्यक्षता कर रहीं प्रमुख सीमा कुमारी ने सदन में अनुपस्थित पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगे जाने का प्रस्ताव दिया। शिक्षा व्यवस्था पर बीईओ ने सभी जनप्रतिनिधियों से सहयोग करने का अनुरोध किया। बैठक में उपस्थित पंचायत प्रतिनिधियों ने अपनी-अपनी पंचायतों की समस्या सदन में रखी। बैठक में बीडीओ प्रकाश कुमार, उपप्रमुख सुमन कुमार, बीईओ अरुण कुमार, विद्युत जेई अनिल कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक मुकेश सिंह, कल्याण पदाधिकारी सूरज साव, जेई प्रिंस कुमार, मनरेगा पीओ रतन कुमार पंसस रेणू देवी, कंचन देवी, केशव यादव, उर्मिला देवी, नसीम चांद, अभिषेक कुमार उर्फ मुन्ना दास, अजय कुमार, सुलेखा देवी, धर्मेंद्र कुमार मुखिया गुलाबचंद दास, उसीमा खातून, संतोष दास, बबलू महतो, मुन्नी देवी आदि उपस्थित थे।