थाने में नहीं है पदाधिकारी, नहीं होगी कारवाई



संवाद सूत्र, सिंहेश्वर (मधेपुरा) : सिंहेश्वर थानाध्यक्ष की कार्यशैली से लोग परेशान हैं। घटना के बाद थाना जाने वाले फरियादी को दौड़ाया जाता रहता है। इसे लेकर लोगों में आक्रोश है। केस दर्ज करने के लिए दिए आवेदन के बाद थानाध्यक्ष न तो जांच करवाते हैं और न ही तत्काल केस दर्ज करते हैं। न्याय की उम्मीद लेकर थाना जाने वाले पीड़ित निराश होकर लौट जाते हैं। उन्हें हर बार यही सुनकर लौटना पड़ता है की आगे हो जाएगा। ताजा मामला पुलिस लाइन के पास रहने वाली मीरा देवी का है। चार दिन पहले घर में घुसकर सामान का लूटपाट किया व विरोध करने पर इसे और इसके बेटे को पीटकर जख्मी कर दिया गया। मंगलवार को ही मीरा देवी ने थानाध्यक्ष को एक आवेदन दिया। आवेदन में बताया कि बाजार समान खरीदने गए थे। लौटकर जब घर आई तो देखी की घर का टाट तोड़ धीरेन राम घर में घुसकर 50 हजार नगदी व जेवरातों को ले रहा था। विरोध करने पर मारपीट भी की गई। वहीं हल्ला करने पर जब बेटा विजय कुमार आया तो उसके साथ भी मारपीट कर जख्मी कर दिया। मां बेटे इलाज कराने के बाद थाना जाकर आवेदन दिया। लेकिन अब तक इस मामले में किसी भी प्रकार की कार्रवाई की सूचना नहीं है। पीड़ित द्वारा जब केस दर्ज करने व कार्रवाई के बारे में पूछा जाता है तो उसे थाना से डांट डपट कर भगा दिया जाता है। मामले में जब थानाध्यक्ष अरुण कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि थाना में पुलिस पदाधिकारी की कमी है। एकसाथ पांच पुलिस पदाधिकारी छुट्टी में हैं। ऐसे में कैसे कार्रवाई कर पाएंगे।

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