संवाद सूत्र, कुमारखंड (मधेपुरा)। अंचल के 21 पंचायत स्थित 71 राजस्व गांव में मात्र तीन कर्मचारी पिछले कई वर्षों से राजस्व का काम संभाल रहे हैं। अंचल में हल्का कर्मचारियों की कमी ने प्रखंड क्षेत्र के लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है। समय पर लोगों का राजस्व काम नहीं होने के कारण लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। लोगों का कहना है कि जमीन सर्वे का शुरू है। एक हल्का कर्मचारी पर कई पंचायतों का भार रहने के कारण से लोगों का काम समय से नहीं हो पाता है। ज्यादा पंचायत व राजस्व ग्राम की जिम्मेवारी रहने के कारण से राजस्व की वसूली, जमीन का मोटेशन, लोक शिकायत, जनशिकायत, जनता दरबार, आवेदनों की जांच व चुनाव कार्य में कर्मचारियों की व्यस्तता काफी बढ़ जाती है। कई बार खोजने पर भी हल्का कर्मचारी का दर्शन नहीं हो पाता है। आनलाइन दाखिल-खारिज कराने की संख्या बढ़ी जमीन का सर्वे का कार्य शुरू होने से दाखिल खारिज कराने के लिए आनलाइन आवेदन की संख्यां तीन हजार के पार कर गई है। आनलाइन आवेदनों की बढ़ती संख्या ने राजस्व वसूली कार्य को भी प्रभावित किया है। बढ़ रहे आवेदन प्रस्ताव और निष्पादन में देरी को लेकर अंचलाधिकारी द्वारा दो महीने में तीन बार स्पष्टीकरण पूछा गया है। अंचल के 21 पंचायतों के 71 राजस्व गांव का काम तीन राजस्व कर्मचारी कर रहे हैं। भूमि सर्वे का नोटिफिकेशन होने के बाद अचानक आनलाइन म्यूटेशन के आवेदन में वृद्धि हो गई है। वहीं अन्य कार्यों का निष्पादन करना पड़ रहा है। रविद्र यादव प्रभारी अंचल निरीक्षक,कुमारखंड