संवाद सूत्र, बिहारीगंज (मधेपुरा)। जिला शिक्षा पदाधिकारी बीरेंद्र नारायण के निरीक्षण में शिक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई है। विद्यालय की विधि व्यवस्था पर डीईओ ने नाराजगी जाहिर किया है। बुधवार को डीईओ ने बिहारीगंज प्रखंड के मध्य विद्यालय कुश्थन, उत्क्रमित मध्य विधालय रामगंज, ठहरा टोला, उत्क्रमित उर्दू मध्य विद्यालय कुश्थन, गायत्री झंवर बालिका मध्य विद्यालय व जगरनाथ झंवर उच्चतर बालिका विधालय बिहारीगंज व मध्य विद्यालय बिहारीगंज का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने गायत्री झंवर बालिका मध्य विद्यालय बिहारीगंज व मध्य विद्यालय कुश्थन में वर्ग संचालन नहीं होने की स्थिति में बीईओ अरुण कुमार को पर नाराजगी जताई। मध्य विद्यालय कुश्थन में शिक्षक प्रभाषचंद्र भास्कर, संजय कुमार रजक व रामकुमार उपस्थिति पंजी पर हस्ताक्षर कर बीएलओ कार्य से जाने की बातें लिखकर व बिना सूचना के गायब थे। जिसे डीईओ ने अनुपस्थित मानकर शिक्षकोपस्थिति पंजी पर घेराबंदी कर दिया। वहीं गायत्री झंवर बालिका मध्य विद्यालय में सभी शिक्षक व शिक्षिकाएं कार्यालय में बैठे मिले। इसके आलावा अन्य विद्यालयों की शैक्षणिक व्यवस्था अच्छी नहीं पाई गई। वहीं विद्यालय में एमडीएम, स्वच्छता, पानी, शौचालय व अन्य व्यवस्था का निरीक्षण किया। विद्यालयों की दयनीय व्यवस्था देखकर डीईओ ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था में लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विधालय में छात्र-छात्राओं की 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य रूप से रहना चाहिए। बच्चों को प्रेरित कर उपस्थिति बढ़ाने के प्रति सभी शिक्षकों को ध्यान देने की जरूरत है। डीईओ ने विद्यालय में व्याप्त अनियमितता को देखकर बीईओ बिहारीगंज को अनुपस्थित व लापरवाह शिक्षकों पर कार्रवाई कर स्पष्टीकरण मांगने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं मिलने की स्थिति में संबधित एचएम व शिक्षकों के विरूद्ध निलंबन का प्रस्ताव समर्पित करें। डीईओ की औचक निरीक्षण की सूचना स्कूलों में आग की तरह फैल गई। सभी विधालय के एचएम व शिक्षकों के बीच हड़कंप मच गया। निरीक्षण के दौरान बीआरपी शिवराज राणा व अन्य कर्मी साथ थे।