संवाद सूत्र, सहरसा: अक्षय तृतीया तीन मई को है। मंगलवार को अक्षय तृतीया को लेकर स्वर्ण आभूषणों की दुकानों में लोग सोना की खरीदारी करेंगे। हिदू धर्मशास्त्रों के अनुसार अक्षय तृतीय की तिथि बहुत ही शुभ और मंगलकारी मानी जाती है। अक्षय तृतीया का पावन पर्व प्रतिवर्ष बैसाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है।
शहर के शंकर चौक स्थित ठाकुर बाड़ी मंदिर के पुजारी विजय चौबे कहते हैं कि बैसाख शुक्ल तृतीया तिथि की अधिष्ठात्री देवी माता गौरी है इसीलिए माता गौरी को साक्षी मानकर किया धर्म व कर्म एवं दिया गया दान अक्षय हो जाता है। इसीलिए इस तिथि को अक्षय तृतीया कहा गया है। अक्षय तृतीया के दिन हर तरह के शुभ कार्य किया जाता है। समस्त मांगलिक कार्य इस दिन प्रारंभ हो जाता है। कई पुराणों और ग्रंथों में वर्णित है कि अगर साल भर दान नहीं किया गया है तो इसी दिन दान जरूर करना चाहिए। इस दान का अक्षय फल मिलता है। अक्षय तृतीया के दिन इस दिन शुभ मुहुर्त में गृह प्रवेश, गृह निर्माण, दुकान का शुभारंभ, किसी फैक्ट्री का उद्घाटन सहित अन्य कोई भी कार्य का शुभारंभ हो सकता है। इस दिन लोग नए आभूषण की खरीदारी करते हैं।
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अक्षय तृतीया के दिन कोई भी गलत काम न करें
बड़ी दुर्गा स्थान के पुजारी फूल झा कहते हैं कि अक्षय तृतीया के दिन कोई भी गलत काम न करें। क्योंकि इस दिन किए गए कार्य का फल हर हाल में मिलता है। इसीलिए जब अच्छे कार्य का फल मिलेगा तो किए गए गलत कार्य का भी फल उसी व्यक्ति को मिलेगा। इसीलिए इस दिन लोगों को हर संभव मदद व जरूरतमंदों को दान देना चाहिए।
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स्वर्ण आभूषण की बढ़ेगी बिक्री
अक्षय तृतीया को लेकर लोग अभी से ही अपनी पसंद के अनुसार स्वर्ण आभूषण पसंद कर रहे हैं। अक्षय तृतीया के दिन ही मंगलवार को लोग स्वर्ण आभूषण की दुकान में जाकर आभूषण की खरीदारी करेंगे। शहर के महावीर चौक स्थित कोशी अलंकार ज्वेलर्स के प्रोपराइटर संजय कुमार स्वर्णकार कहते हैं कि हॉल मार्का के जेवर अब लोगों की पसंद बन गयी है। धर्मशाला रोड स्थित अलंकार ज्वेलर्स के प्रोपराइटर मनोज कुमार कहते हैं कि अक्षय तृतीया को लेकर खरीदारों का आना शुरू हो गया है। नए आकर्षक डिजाइन में स्वर्ण आभूषण उपलब्ध है।