संवाद सूत्र, बिहारीगंज (मधेपुरा) : मुख्य बाजार के रेलवे स्टेशन रोड पर स्कार्पियों की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं साक्ष्य छुपाने के लिए शव को गायब करने का भी आरोप लगाया गया है। शव को उदाकिशुनगंज के हरेली से बरामद किया गया। शव बरामद होने के बाद स्वजनों में कोहराम मच गया।
मृतक के भाई रितेश कुमार ने आवेदन में आरोप लगाया है कि सोमवार की देर संध्या वे अपने भाई दीपक कुमार सिंह (38) के साथ रेलवे स्टेशन सड़क से घर बाइपास रोड की ओर जा रहे थे। इसी क्रम में टीवीएस शो रूम के समीप काली रंग की स्कार्पियों ने दीपक को धक्का मार दिया। इससे उसकी घटना स्थल पर मौत हो गई। इसके बाद जब शोर मचाने लगे तो कुंदन सिंह, अभिषेक सिंह दो-तीन अज्ञात लोगों के साथ पहुंचकर मुझे पकड़ लिया। इसी दौरान मेरे भाई का शव स्कार्पियों में लोड कर वाहन लेकर भाग निकले। स्कार्पियों अभिजीत कुमार पारस चला रहा था। घटना की जानकारी स्वजनों को देने के बाद शव की खोजबीन करने लगे। काफी खोजबीन के बाद उदाकिशुनगंज थानाक्षेत्र के हरेली के समीप शव फेंका मिला। इसकी सूचना बिहारीगंज थानाध्यक्ष को दी गई। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए मधेपुरा अस्पताल भेज दिया। थानाध्यक्ष अमित कुमार राय ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराकर स्वजनों को सौंप दिया गया है। मृतक का पैतृक घर दरभंगा जिले के महनौली पंचोभ है। इस कारण अंतिम संस्कार के लिए पैतृक गांव ले जाया गया है। दीपक की शादी छह माह पूर्व ही हुई थी। इधर नामजद कुंदन सिंह का कहना है कि घटना को लेकर लोगों से मुझे जानकारी मिली। मुझे और अभिषेक को साजिश कर फंसाया गया है।