अंग्रेजी में था तीन पन्ने का बजट, बिना पढ़े पार्षदों ने कहा सब ठीक है

संवाद सहयोगी, लखीसराय : नगर परिषद बोर्ड की बैठक में सभी पार्षदों को चार अरब 12 करोड़ 80 लाख के वार्षिक बजट का सारांश तीन पन्ने में लिखी रिपोर्ट सदस्यों को दी गई थी। सभापति सुधा कुमारी ने जैसे ही 74 हजार 25 रुपये लाभ का बजट पेश की। उपस्थित पार्षदों से बजट पर बहस या चर्चा करने का अनुरोध की तो सभी पार्षदों ने एक स्वर से कहा कि बजट ठीक है और पारित कर दिया गया। खास बात यह है कि अंग्रेजी में तैयार तीन पन्ने के बजट को अधिकतर पार्षद समझ नहीं पाए और न ही बताया गया कि नगर परिषद को किस मद में कितनी आमदनी हुई और खर्चा हुआ।


========
फंड को लेकर घमासान
सोमवार को नगर परिषद सभागार में वार्षिक बजट पारित करने को लेकर सभापति सुधा कुमारी की अध्यक्षता में जब बैठक शुरू हुई तो वार्ड पार्षदों के बीच फंड को लेकर घमासान छिड़ गया। साढ़े चार वर्ष तक सभापति की कुर्सी संभालने वाले अरविद पासवान एवं उनके समर्थित पार्षद सुधा कुमारी हाल के महीनों में शहर के विकास की योजना का निकाले गए टेंडर को लेकर हंगामा करने लगे। अधिकांश वार्ड पार्षद अपने वार्ड में अधिक से अधिक फंड लेने के लिए आवाज उठा रहे थे। यहां तक जिन वार्डों में योजना का कार्य नहीं के बराबर होना है वे भी अपना फंड दूसरे वार्ड को देने के लिए आतुर होकर हंगामा कर रहे थे। चुनावी साल में सभी वार्डों को जब 30-30 लाख रुपये का फंड देने का निर्णय लिया गया तो सभापति पर लग रहे आरोप और गुस्सा अचानक शांत हो गया। इसके बाद पक्ष और विपक्ष दोनों गुट के पार्षदों की इच्छा के अनुसार उनकी मांगों को प्रोसिडिग में लिखा गया।
----

अन्य समाचार