संवाद सूत्र, शंकरपुर (मधेपुरा): प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शंकरपुर में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान करीब 40 गर्भवतियों की प्रसव पूर्व जांच कर जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य की देखभाल के बारे में जानकारी दी गई। परिवार कल्याण के तरीके के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। डा. सुनील हांसदा ने बताया कि इस अभियान के तहत प्रत्येक महीने को गर्भवतियों की जांच कर उचित इलाज किया जाता है। जोखिम वाली गर्भवतियों की पहचान करके इलाज किया जाता है। समय पर इन खतरों की पहचान करके बहुत सी जटिलताओं को कम किया जाता है। साथ ही सुरक्षित प्रसव कराने को लेकर गर्भवतियों का इलाज किया जाता है। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान कार्यक्रम का उद्देश्य गर्भवतियों को गुणवत्तापूर्ण प्रसव पूर्व जांच की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ उन्हें बेहतर परामर्श देना है। गर्भावस्था के दौरान प्रसव पूर्व जांच प्रसव के दौरान होने वाली जटिलताओं में कमी लाता है। संपूर्ण प्रसव पूर्व जांच के अभाव में उच्च जोखिम गर्भधारण की पहचान नहीं हो पाती। इससे प्रसव के दौरान जटिलता की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने बताया इस अभियान की सहायता से प्रसव के पहले ही संभावित जटिलता का पता चल जाता है। प्रसव के दौरान होने वाली जटिलता में काफी कमी भी आती है और इससे होने वाली मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में भी कमी आती है। बीसीएम राजीव कुमार ने बताया कि प्रसव पूर्व जांच में एनीमिक महिला को आयरन फोलिक एसिड की दवा देकर नियमित सेवन करने की सलाह दी गई। जांच टीम में एएनएम प्रीति पूजा, नूतन कुमारी, माला कुमारी सहित अन्य कर्मी शामिल थे।