संवाद सूत्र, मधेपुरा: सुदूर देहात से अपनी जिदगी की शुरुआत करने वाली आरती आज पीड़ित महिलाओं को सुरक्षा और न्याय दिला रही हैं। इसके साथ ही वह देहात में साधन विहीन वातावरण में शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर बेटियों में साहस के साथ संघर्ष के लिए भी प्रेरित कर रही हैं। यही कारण है की मौका मिलने पर जब वह घर जाती हैं तो बड़ी संख्या में लड़ियां उनसे मिलकर मार्गदर्शन की अपेक्षा रखती हैं। वह लड़कियों में सपने को पूरा करने का जज्बा पैदा करती हैं। यही कारण है की उनके मार्गदर्शन पर अमल कर आधा दर्जन बेटी दारोगा व प्रखंड विकास पदाधिकारी बनकर समाज की सेवा कर रही हैं। पूर्णिया जिले के रुपौली थाना क्षेत्र की रहने वाली आरती सिंह अभी महिला थाना मधेपुरा में थाना प्रभारी के पद पर पदस्थापित हैं। उनका कहना है की अगर बेटियों में नारी शक्ति जागृत की जाए तो वह युवाओं से कोसों दूर आगे निकल सकती हैं। उन्होंने बताया की पीटी पास करने के बाद उनकी शादी अररिया जिले के रघुनाथ निवासी संजय कुमार से हुई। शादी के बाद पति ने तैयारी में मदद की। इसलिये इरादा अगर पक्का हो तो लक्ष्य मिलना तय है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में रहकर पढ़ने वाली लड़कियों सबसे अधिक संसाधन की कमी का समाना करना पड़ता है। यही वजह है कि तैयारी में जुटी लड़कियों का मार्गदर्शन कर हरसंभव मदद करने को वे तैयार रहती हैं।