संवाद सूत्र, कुमारखंड (मधेपुरा)। सुरसर नदी के कटाव की वजह से बिशनपुर सुंदर पंचायत के मनखाहा गांव पर संकट का बादल मंडराने लगा है। इस गांव में सुरसर नदी का कटाव वर्षों से जारी है। अब नदी गांव के लोगों के लिए अभिशाप बन चुकी है। तेजी से हो रहे कटाव के कारण ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गई है।
गांव को बचाने के लिए ग्रामीण वर्षों से स्थायी निदान की मांग करते आ रहे हैं। परंतु शासन या प्रशासन आज तक इसकी सुधि नहीं लिया है। नदी की उफनती धारा गांव पर कहर बनकर टूट रही है। अभी गांव के दर्जनों परिवारों के घर नदी के कटाव की भेंट चढ़ चुके हैं। स्थानीय स्टेट बोरिग, विशनपुर भतनी सड़क व दीनाभद्री स्थान नदी का ग्रास बन चुके हैं। इसको लेकर स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी व क्षेत्रीय विधायक से सुरसर नदी की धारा को मोड़ने के लिए कई बार गुहार लगा चुके हैं। ग्रामीण द्वारा वर्ष 2013 से ही नदी के कटाव को रोकने और इसके स्थायी समाधान निकालने के लिए कार्यपालक अभियंता,जल निस्तारण प्रमंडल,कोपरिया,सहरसा से गुहार लगाते आ रहे हैं। बावजूद अब तक नदी की धारा मोड़ने के क्षेत्र में कोई पहल नहीं की गई है। इस दौरान जल निस्सरण विभाग द्वारा गांव के बचाव के नाम पर डबल पाइलिग कार्य कराया गया। इससे ग्रामीणों ने पांच वर्षों तक राहत की सांस ली। वर्ष 2018 में सुरसर नदी ने अपनी दिशा बदल कर गांव को निगलना शुरू कर दिया तो ग्रामीणों की मांग पर जल निस्सरण प्रमंडल जल संसाधन विभाग राघोपुर द्वारा कटाव रोकने के लिए फ्लड फाइटिग के लिए एंटी लाइजर कार्य के बदले सिगल पाइलिग कार्य किया गया था। जिसे नदी उफनती धारा ने बर्बाद कर दिया और एक बार फिर नदी अपना रुख गांव की ओर कर लिया है।
सुरसर नदी के कटाव से मनखाहा गांव पर संकट यह भी पढ़ें
इसे लेकर ग्रामीण कुमोद यादव, विभाष यादव, बच्चा लाल ऋषिदेव, बिखन ऋषिदेव,शिवन यादव, सुगिदर यादव, बिभाष यादव, शंभू यादव, सुरेश यादव, परमेश्वरी ऋषिदेव, मोइन खां, नसीम खां, फिरोज खां, रिकू यादव, सुशील यादव, संजय यादव, किशोर यादव व मटर ऋषिदेव ने कहा फ्लडफाईटिग के लिए किए गए पाइलिग को नदी ने काटकर तहस-नहस कर दिया है। अगर फ्लड फाइटग के तहत एंटी लाइजर कार्य नहीं किया गया तो हमलोगों का घर नदी के जल धारा में विलीन हो जाएगा और हम लोगों के सामने विस्थापन की समस्या उत्पन्न हो जाएगी। इसके लिए जिला पदाधिकारी से आवश्यक निरोधात्मक कार्य कराने की मांग किया है।