संवाद सूत्र, सिंहेश्वर(मधेपुरा) : ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय के सेहत केंद्र व राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को जन-स्वास्थ्य : मुद्दे व चुनौतियां विषय पर व्याख्यान आयोजित हुआ। इसमें केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के पूर्व मुख्य परियोजना निदेशक डा. विनीत भार्गव ने कहा कि सेहत केवल बीमारियों के अभाव की अवस्था नहीं है। यह एक आदर्श अवस्था है, जिसमें मनुष्य अपनी समग्र क्षमताओं का समुचित उपयोग कर सकें। इसमें न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक, सामाजिक व आध्यात्मिक पहलू भी समाहित है।
उन्होंने कहा कि मनुष्य जैविक जगत का हिस्सा है। जगत में जो कुछ हमसे जुड़ा है, वह सब हमारे स्वास्थ्य का कारक और निर्धारक हो सकता है। इसलिए सेहत के सामाजिक व आध्यात्मिक पहलू भी है। उन्होंने कहा कि सेहत के लिए अच्छा खान-पान तथा शरीर व आस-पास की स्वच्छता जरूरी है। साथ ही हमारा सकारात्मक सोच, प्रेमपूर्ण पारिवारिक संबंध, समाजिक सरोकार और बेहतर वातावरण भी आवश्यक है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केपी कालेज, मुरलीगंज के प्रधानाचार्य डा. जवाहर पासवान ने कहा कि युवा ही देश के भविष्य हैं और उन्हीं के ऊपर देश के नवनिर्माण की जिम्मेदारी है। युवा स्वस्थ होंगे, तो हमारा परिवार, समाज व राष्ट्र स्वस्थ होगा। कार्यक्रम का संचालन करते हुए जनसंपर्क पदाधिकारी डा सुधांशु शेखर ने कहा कि बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति, पटना के तत्वावधान में महाविद्यालय में सेहत केंद्र की शुरुआत की गई है। इसका उद्देश्य युवाओं को स्वास्थ्य दूत के रूप में तैयार करना और उनकी उर्जा सकारात्मक दिशा देना है।
युवाओं के दम पर ही हम एक स्वस्थ, सबल एवं समृद्ध नए भारत का निर्माण कर सकते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षाशास्त्र विभागाध्यक्ष डा. जावेद अहमद ने किया। उन्होंने कहा कि पहले लोग सेवाभाव से चिकित्सा के पेश में आते थे। लेकिन आज इस पेशे में नैतिक मूल्यों का ह्रास हो गया है। धन्यवाद ज्ञापन एनसीसी पदाधिकारी ले. गुड्डू कुमार ने की। इस अवसर पर शिक्षाशास्त्र विभाग के डा. कुन्दन कुमार सिंह, नदीम अहमद अंसारी, कुंजन लाल पटेल, डा. अशोक कुमार अकेला, विवेकानंद, बीबीए विभाग के मु. अब्दुर रहमान, बायोटेक्नोलाजी विभाग के प्रणव कुमार प्रियदर्शी, आकृति रंजन, नेहा भारती, पूजा, अंजली, भारती, नीतु, अटल, कृष्णदेव, सोनू, बिक्रम, रुकसाना आदि उपस्थित थे।