संवाद सूत्र, उदाकिशुनगंज (मधेपुरा)। उदाकिशुनगंज कृषि कार्यालय तकनीकी सहायक आलोक रंजन की मौत से बंद रहा है। इस कारण किसान परेशान रहे। किसान यूरिया खाद की पर्ची कटवाने कार्यालय पहुंचे हुए थे। जहां कार्यालय बंद देख किसान हैरान रह गए। बाद में कुछ कृषि कर्मी भी पहुंचे। उसने किसानों का कार्यालय बंद होने की वजह बताया। बावजूद कि किसान कार्यालय खुलने का घंटों इंतजार करते रहे।
कृषि कर्मी ने किसानों को बताया कि तकनीकी सहायक की मौत के कारण कार्यालय बंद है। वजह कि तकनीकी सहायक इसी किसान भवन के कमरे में स्वजन साथ रह रहे थे। तकनीकी सहायक की मौत के बाद स्वजन ताला बंद कर चले गए। ताला की चाबी तकनीकी सहायक के स्वजन के पास होना बताया गया। फिर बताया गया कि इतनी बड़ी घटना के बाद ताला कौन तोड़ेगा। कार्यालय बंद होने की सूचना किसी ने एसडीएम को दी। उसके बाद कृषि अधिकारी कार्यालय पहुंचे। बावजूद कि ताला नहीं खुल पाया। नतीजन किसानों के काम कार्यालय से बाहर ही निपटाया गया। इस बीच तकनीकी सहायक के मौत पर सै दूसरे दिन भी पर्दा नहीं उठ पाया। घटना की वास्तविक वजह कोई बताने को तैयार नहीं हुए। इस बीच बताया जा रहा है तकनीकी सहायक के शव को उनके ग्वालपाड़ा प्रखंड क्षेत्र के बिषवारी स्थित पैतृक गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनके अंतिम संस्कार में स्वजन, रिस्तेदार सहित जिले भर के कृषि अधिकारी, कर्मी व इलाके के राजनीतिक दल के नेता, जनप्रतिनिधियों ने भाग लिए। आखिर क्या वजह रही कि तकनीकी सहायक ने आत्महत्या की। अथवा उनकी हत्या कर दी गई। आखिर घर वाले राज को क्यों छिपा गए। माना जा रहा कि परिवारिक कलह की वजह से आलोक की जान गई।