डेहरी आन-सोन (रोहतास) । प्रखंड क्षेत्र के दुधमी गांव में सोमवार को कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण आत्मा के तत्वावधान में बीज ग्राम योजना के तहत कृषक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें उपस्थित किसानों को रबी फसल में गेंहूं की सिचाई समेत अन्य विषयों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
प्रखंड कृषि पदाधिकारी सुरेश प्रसाद सिंह ने बताया कि गेहूं का पटवन 20-20 दिनों के अंतराल पर पांच बार करनी चाहिए, ताकि खेत में पर्याप्त मात्रा में नमी बनी रहे। हालांकि पानी की अधिकता या कमी के कारण फसल को नुकसान न पहुंचे, इसका भी ध्यान अवश्य रखें। गेहूं में धान की तरह अधिक पानी की आवश्यकता नहीं होती। उन्होंने मित्र कीट को बचाने के लिए खेत में पराली नहीं जलाने की भी अपील किसानों से की। कहा कि पराली जलाने से फसलों के मित्र कीट की मौत हो जाती है और खेत की उर्वरा शक्ति क्षीण हो जाती है। पराली जलाने वाले किसान पर राज्य सरकार द्वारा स्थानीय थाने में प्राथमिकी भी दर्ज करने का प्रविधान है। प्रखंड कृषि समन्वयक व नोडल पदाधिकारी इंद्रमणी चौबे ने बताया कि खेत की मिट्टी तीन वर्ष में एक बार अवश्य जांच करानी चाहिए, ताकि खेत में पोषक तत्व के बारे में पता चल सके और फसल की उपज में वृद्धि के लिए आवश्यक पोषक तत्व की भरपाई की जा सके ।इसके अलावा केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा किसानों के हित में संचालित कल्याणकारी योजनाओं को भी विस्तार से बताया गया। संचालन कृषि समन्वयक अजीम अंसारी ने किया। मौके पर मंडल भाजपा अध्यक्ष आनंद कुमार पांडेय, आत्मा के सहायक तकनीकी प्रबंधक अभिनव कुमार सिंह, ललित मोहन सिंह, अरविद कुमार, मनीष कुमार सिंह, संजय कुमार, शैलेंद्र कुमार सिंह, संजीव शरण समेत अन्य कई किसान और जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।