संवाद सूत्र, मुरलीगंज (मधेपुरा): प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय ने 86वां त्रिमूर्ति शिव जयंती महोत्सव शुक्रवार को समारोहपूर्वक मनाया। शहर के सेंट्रल बैंक समीप सेवा केंद्र में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन समस्तीपुर से पधारे कृष्ण भाई, सहरसा सेवा केंद्र प्रभारी स्नेहा बहन, मुरलीगंज सेवा केंद्र प्रभारी रूबी बहन, वार्ड पार्षद बाबा दिनेश मिश्र व प्रमुख व्यवसायी इंद्रचंद्र बोथरा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कृष्ण भाई ने कहा कि हम सभी परमात्मा को एक मानते हैं, लेकिन उस एक की सत्य पहचान ना होने के कारण हम उनसे अपना संबंध जोड़ कर प्राप्ति नहीं कर पाते। जब वह स्वयं आकर अपना परिचय हमें देते हैं तभी हमारा संबंध उनसे जुड़ता है। इसलिए उन्हें सदाशिव स्वयंभू कहा जाता है। स्नेहा बहन ने परमात्मा के सत्य परिचय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि परमात्मा उसे कहेंगे जो सर्वोच्च, सर्व धर्ममान्य, सर्वज्ञ, सर्वोपरि और सर्वशक्तिमान हो। ये सारी बातें एक परमात्मा शिव पर ही लागू होती हैं। बाकी सब देव आत्माएं, धर्मात्मायें या महान आत्माएं हैं। उस परमात्मा पिता का नाम शिव, रूप निराकार ज्योति बिदु स्वरूप, घर परमधाम और कर्तव्य इस कलियुगी सृष्टि को पावन सतयुगी सृष्टि बनाना है। वह अपना दिव्य कर्तव्य करने इस भारत भूमि पर अवतरित हो चुके हैं। वह अपना कर्तव्य ब्रह्मा, विष्णु, शंकर के द्वारा करते हैं इसलिए उन्हें त्रिमूर्ति शिव भी कहते हैं। रूबी बहन ने समस्त आगंतुकों को शिव जयंती की बधाइयां देते हुए कहा कि हम सभी आत्माएं अति भाग्यशाली हैं, जो परमात्मा शिव के अवतरण दिवस पर उनका सत्य परिचय जान उनसे संबंध जोड़कर उनसे सर्व प्राप्तियां करने का पदमापदम भाग्य प्राप्त कर रही हैं। वहीं वार्ड पार्षद दिनेश मिश्रा ने सभी का स्वागत किया व समाजसेवी इंद्रचंद्र बोथरा ने धन्यवाद-ज्ञापन किया। कार्यक्रम के अंत में शिव ध्वजारोहण कर सभी से शुभ संकल्प करवाया गया और प्रसाद वितरण किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से दिलीप भगत, भरत अग्रवाल, कैलाश भगत, उदय चौधरी, रमेश भाई सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे।