संवाद सूत्र, पुरैनी (मधेपुरा) : पिछले कुछ दिनों से पछुआ हवा के प्रकोप से बढ़ी ठंड व कनकनी के कारण आम जनजीवन अस्त-व्यस्त है। सड़क से लेकर सार्वजनिक स्थलों पर लोगों की भीड़ कम होने लगी है। लगातार बढ़ रही ठंड के कारण लोग घरों में दुबकने को विवश हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में अलाव ही लोगों का सहारा बन गया है।
सुबह से ठंडी हवा चलने से लोग परेशान हैं। दिनभर सर्द हवा चलने से तापमान में भी काफी गिरावट आ गई है। ठंड से बचाव के लिए लोगों को सूर्य ढलते ही अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है। आने वाले दिनों में मौसम के और सर्द होने का अनुमान लगाया जा रहा है। ठंड से ज्यादातर बच्चे कोल्ड डायरिया, निमोनिया, जुकाम, तेज खांसी, बुखार, उल्टी, दस्त के शिकार हो रहे हैं। डा. विनय कृष्ण प्रसाद ने बताया कि बदलते मौसम में बच्चों के सिर, पैर व कानों को हमेशा ढककर रखना चाहिए। क्योंकि पैरों से ही बच्चे ठंड की चपेट में आते हैं। ठंड के दिनों में बच्चों को गुनगुना पानी पिलाने की सलाह दी है। बढ़ती ठंड को देखते हुए कुरसंडी पंचायत के नवनिर्वाचित मुखिया कुंदन सिंह, सपरदह के सुभाष कुमार भारती, औराय के सावित्री सिंह, नरदह के रीता कुमारी, गणेशपुर के मु.वाजिद, पुरैनी के विनोद कांबली निषाद, बंशगोपाल के रेखा देवी, मकदमपुर के सुरेश ऋषिदेव व दुर्गापुर के दिनेश शर्मा आदि ने प्रशासन से प्रखंड क्षेत्र के हाट-बाजारों, चौक चौराहों तथा सार्वजनिक स्थलों पर अलाव जलाने की मांग की है।