संवाद सहयोगी, लखीसराय। गुरुवार को छुट्टी से वापस लौटने के बाद जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने जिला परिषद सभागार में प्रखंड, अनुमंडल और जिला स्तरीय पदाधिकारियों के साथ कई घंटों तक अलग-अलग समीक्षा बैठक की। कामकाज का निराशाजनक प्रदर्शन रहने पर अधिकारियों की क्लास भी लगाई।
जिलाधिकारी ने लोक शिकायत निवारण न्यायालय से जुड़े मामलों को लेकर लोक प्राधिकार, भूमि विवाद, मद्य निषेध, खनन टास्क फोर्स और जिला स्तरीय समन्वय समिति की अलग-अलग बैठक की। इन सभी बैठकों में डीडीसी निखिल धनराज, एसडीओ संजय कुमार, डीसीएलआर संजय कुमार, एसडीपीओ रंजन कुमार, डीपीआरओ सुनील कुमार, अधीक्षक उत्पाद शैलेंद्र कुमार, वरीय उप समाहर्ता प्रेमलता कुमारी, एडीएम राकेश कुमार, एडीएम संजीव कुमार के अलावा सभी प्रखंडों के बीडीओ, सीओ, सीडीपीओ एवं अन्य विभागों के पदाधिकारीगण मौजूद रहे। सबसे पहले लोक प्राधिकार की समीक्षा करते हुए डीएम ने पाया कि बीडीओ, सीओ से लेकर कई विभागों में काफी संख्या में मामले लंबित हैं। पुलिस विभाग भी इस मामले में उदासीन है। डीएम ने सभी लोक प्राधिकारों को लंबित मामलों का त्वरित निबटारा करने का निर्देश दिया। मद्य निषेध की समीक्षा बैठक में डीएम ने अधीक्षक उत्पाद शैलेंद्र कुमार से जिले में शराब के खिलाफ चल रही छापेमारी, शराब जब्ती, शराब विनष्टिकरण, वाहनों की नीलामी आदि की जानकारी ली। डीएम ने अधीक्षक उत्पाद को आगे भी पूरी सख्ती से कार्रवाई जारी रखने का निर्देश दिया। जिला समन्वय समिति की समीक्षा बैठक में डीएम ने पाया कि कोर्ट में चल रहे केस में अभियुक्तों को सजा दिलाने की प्रगति काफी निराशाजनक है। इसको लेकर डीएम ने जिला लोक अभियोजक की जमकर क्लास लगाई और केस की पैरवी में तेजी लाने का निर्देश दिया। डीएम ने अंचलवार भूमि विवाद मामले की समीक्षा की। उन्होंने बारी-बारी से सभी सीओ की क्लास ली। डीएम ने सभी सीओ को निर्देशित किया कि शराब से जुड़े मामलों में जिन भूमि एवं भवनों का राजसात किया गया है उसका भौतिक सत्यापन कर लें। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य सहित अन्य विभागों से जुड़े मामलों की समीक्षा की और पदाधिकारियों को निर्देश दिया।