संवाद सहयोगी, लखीसराय : बाहुबली, रंगदार और राजनीतिक दिग्गजों की कर्मभूमि पिपरिया प्रखंड के दियारा क्षेत्र में बोगस मतदान और मतदाताओं को डरा धमका कर अपनी जीत तय कर पंचायत की सत्ता पर काबिज होने के लिए बदनामी का जो दाग दशकों से लगा हुआ था वह दाग बुधवार को धूल गया। बाहुबलियों के गढ़ में पहली बार पुलिस की हनक दिखी। इसका असर यह हुआ कि पूरे दियारा क्षेत्र में लोकतंत्र की जीत हुई। बोगस मतदान के सहारे चुनावी वैतरणी पार करने वालों का सपना टूट गया। आम मतदाताओं ने अपनी इच्छा अनुसार मतदान किया। महिला-पुरुष वोटरों में काफी उत्साह दिखा। पुरुषों की तुलना में 64 फीसद महिला मतदाताओं ने मतदान किया। जबकि 61 फीसद पुरुष मतदाता ने मतदान किया। दियारा क्षेत्र के चुनाव को जिला प्रशासन ने चुनौती के रूप में लिया था और उसमें सफलता प्राप्त की। दियारा क्षेत्र की अतिसंवेदनशील वलीपुर पंचायत जहां बाहुबली योगी सिंह का खास वर्चस्व माना जाता है लेकिन मतदान के दौरान नजारा बिल्कुल बदला हुआ था। किसी भी बूथ पर बोगस मतदान नहीं हुआ। गांव के हर गली में पुलिस की टीम घूमती रही। उसी तरह पिपरिया पंचायत में भी बाहुबली की नहीं चली। बूथों पर मतदाताओं की भीड़ लोकतंत्र की जीत का गवाह बना। उत्क्रमित मध्य विद्यालय दियारा पिपरिया बूथ आठ, नौ, 10, 11, 12, 14 पर सैकड़ों मतदाता की लंबी कतार लगी रही। पंचायत भवन मोहनपुर बूथ 26 पर महिला पुरुष वोटरों की भीड़ दिन भर लगी रही। उत्क्रमित मध्य वलीपुर बूथ नंबर 36 और 37, जनता पुस्तकालय बूथ नंबर 35 और 32 पर 60 फीसद मतदान हुआ। रामचंद्रपुर पंचयात के किसान भवन बूथ नंबर 51, बूथ नंबर 53, बूथ नंबर 46 एवं 54 पर मतदाताओं ने पूरे उत्साह के साथ मतदान किया। सैदपुरा पंचायत के रहाटपुर बूथ नंबर 58, 60, सुरजीचक बूथ नंबर 61, सैदपुरा बूथ नंबर 65 पर भी शाम चार बजे तक 50 फीसद मतदान हुआ। दियारा क्षेत्र के अधिकांश पंचायतों के मतदान केंद्रों पर दोपहर एक बजे के बाद मतदाताओं की भीड़ गायब हों गई। शाम चार बजे के बाद लगभग सभी बूथ खाली हो गए। इक्का दुक्का ही वोटर बूथ पर पहुंचे।
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