संवाद सूत्र, पुरैनी (मधेपुरा) : पंचायत चुनाव के दौरान गांव की सरकार चुनने का मौका फिलहाल मतदाताओं के हाथों में है। मतदाता चुप्पी साधकर मतदान के लिए जमकर मंथन कर रहे हैं। गांव एवं टोले में सजने वाली चौपाल पर एक ही राय बनती है कि इस बार नाप-तौल कर वोटिग करेंगे। गांव की सरकार चुनने में कोई असावधानी नहीं बरतनी है आदि का निर्णय लिया जा रहा है।
मालूम हो कि प्रखंड क्षेत्र में दसवें चरण में आठ दिसंबर को मतदान होना है। प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांव व टोले में आम मतदाता एक दूसरे को अपनी-अपनी राय देने में लगे हैं। बुद्धिजीवी मतदाता भी लोगों को सचेत करते नजर आ रहे हैं। उनके अनुसार एक बार गलत व्यक्ति को वोट देने पर पांच वर्ष तक पछताना पड़ेगा। अपनी वोट से एक समृद्ध गांव की सरकार चुननी है। प्रखंड क्षेत्र में कुरसंडी, सपरदह, औराय, नरदह, गणेशपुर, पुरैनी, बंशगोपाल, मकदमपुर व दुर्गापुर सहित कुल नौ पंचायत है। जहां आठ दिसंबर को मतदान होना है। कोट चुनाव में पूरी निष्पक्षता के साथ अपने दिल की सुनें और वोट डालें। वोट देने से पहले ईमानदार व योग्य प्रत्याशी का चुनाव कर लें। आपराधिक छवि, भ्रष्टाचार व नशे में लिप्त रहने वालों को जीतने से रोकने में आपका एक वोट ही काफी है। लोभ-लालच, जाति व धर्म से ऊपर उठकर मतदान करें। ताकि गलत लोगों को पंचायत प्रतिनिधि बनने से रोका जा सके। -टुनटुन यादव पंचायत चुनाव में एक वोट गांव की तस्वीर बदल सकता है। कई लोग लालच देकर पांच वर्ष तक जनता का शोषण करने की जुगत में है। मतदान से पहले सही उम्मीदवार को तय करें। जो विकास करने वाला हो उसे ही मतदान करें। किसी के बहकावे में नही आना है। -फुलचंद ऋषिदेव वोट की चोट में बहुत ताकत होती है। नेक व ईमानदार प्रत्याशी को ही चुनें। जो गांव, टोले एवं पंचायत का विकास कर सके। गलत लोगों के हाथों में कमान नहीं सौंपे। आपके एक वोट से ही तय होगा कि गांव का विकास कैसा होगा। अगर वोट देने नहीं जाएंगे या गलत लोगों को वोट देंगे तो पांच वर्षों तक पछताने के अलावा कुछ नहीं मिलेगा। -अखिलेश यादव पंचायत चुनाव में योग्य एवं ईमानदार प्रतिनिधि चुनने के बाद ही गांव व पंचायत का विकास होगा। विकास को ध्यान में रखकर कौन सबसे बेहतर होगा उनको वोट करने की आवश्यकता है। जाति-धर्म, लोभ, लालच में आकर गलत लोगों को वोट करते हैं तो वे गांव के बदले खुद को समृद्ध बनाने में लग जाएंगे। अपने वोट की शक्ति को पहचानने की आवश्यकता है। -बबलू साह